Wednesday, May 18, 2016-4:22 PM
जालंधर : अकसर देखा जाता है कि लोग म्यूजियम में कलाकार की कलाकारी को देखने के लिए हाथ लगाना चाहते है लेकिन इस बात से मना किया जाता है व हमें दूर से ही देखकर अंदाज़ा लगाना पड़ता है कि किसी तस्वीर में किस तरह की कलाकारी की गई है। इस मुश्किल का हल गूगल ने निकाल लिया गया है। गूगल ने एक आर्ट कैमरा पेश किया जा रहा है। इंटरनेशनल म्यूजियम डे (18 मई) को मनाने के लिए गूगल कल्चरल इंस्टीट्यूट अलट्राहायी-रेजोल्यूशन कैमरे की पेशकश कर रहा है जो कि दुनिया के कई म्यूजिअमों की फोटो को गीगापिकसल क्वालिटी के साथ कैपचर कर सकता है।
एक गीगापिक्सल इमेज (1 बिलियन पिक्सल वाली इमेज) कोई नई बात नहीं है और गूगल आज से पहले 200 गीगापिक्सल तक की ईमेज को शेयर कर चुकी है। इस आर्ट कैमरो की खास बात यह है कि यह गीगापिक्सल ईमेज को कैपचर करना आसान और तेज बना देगा।
इस आर्ट कैमरो में एक लैजर और सोनार का प्रयोग हुआ है जिससे पेंटिंग की इमेज को और भी नजदीक से देखा जा सके। इस कैमरे की मदद के साथ आप आॅनलाइन ही इमेज को नजदीक और जूम कर देख सकते हैं। गूगल ने हाल ही में 1,000 आरटवर्क को पेश किया गया है जिसमें रैम्मब्रांट और पिसारो की पेटिंग भी शामिल हैं। आप इन पेटिंग के एक-एक बर्श स्ट्राक की कलाकारी को गूगल आर्ट कैमरा पोर्टल पर देख सकते हो। गूगल के इस आर्ट कैमरा की क्वालिटी को ऊपर दी गई वीडियो में देखा जा सकता है।