Friday, August 4, 2017-12:28 PM
जालंधर : एक मूवी को 1 से 1.5 जी.बी. मैमरी में स्टोर किया जाता है लेकिन अब एक ऐसी मैग्नैटिक टेप बनाई गई है जिसकी सिर्फ 4 इंच की काटरेज सवा तीन लाख फिल्मों को स्टोर करने में सक्षम है। हैरानी की बात तो यह है कि मैग्नैटिक टेप से बनी इस काटरेज में 330 टैराबाइट्स डाटा स्टोर हो सकता है, यानी इसके पर स्क्वेयर इंच में 201 जी.बी. डाटा स्टोर किया जा सकता है। इस मैग्नैटिक टेप को जापान की इलैक्ट्रॉनिक कम्पनी सोनी ने अमरीकी टैक्नोलॉजी कम्पनी आई.बी.एम. के साथ सांझेदारी कर स्विट्जरलैंड के एक शहर ज्यूरिख में बनाया है। माना जा रहा है कि यह तकनीक आने वाले समय में कम पैसों में सस्ती क्लाऊड स्टोरेज मुहैया करवाने में मदद करेगी।
7 लेयरों से बनी है यह मैग्नैटिक टेपः
इस मैग्नैटिक टेप की 7 लेयरों को नैनो पार्टिकल्स व मैटल फिल्म से बनाया गया है। आई.बी.एम. के रिसर्चर डॉक्टर मार्क लान्ट्ज ने बताया है कि मैग्नैटिक टेप के बनाने से भविष्य में इससे भी ज्यादा स्टोरेज कपैसिटी वाली डिवाइसिस बनाई जा सकेंगी। इसके निर्माताओं ने टेप से डाटा को रीड करने के लिए खास हैड बनाया है जो एडवांस्ड सर्वो कंट्रोल टैक्नोलॉजी से टेप पर बने टाइनी डॉट्स से बिल्कुल सही डाटा को रीड करेगा और अल्गोरिदम से डाटा को प्रोसैस करेगा।
2006 से बनाई जा रही थी मैग्नैटिक टेपः
आई.बी.एम. ने इस मैग्नैटिक टेप को बनाने का काम साल 2006 में शुरू किया था और उस समय जो पहली काटरेज बेरियम फेराइट से बनाई गई थी वह डाटा को 6.67 जी.बी. पर स्क्वेयर इंच में स्टोर कर सकती थी और इसकी टोटल कपैसिटी 8 टी.बी. की थी। इसके बाद साल 2010 में 35 टी.बी. कपैसिटी वाली काटरेज बनाई गई। समय के साथ-साथ इसमें और सुधार करते हुए 2014 में 154 टी.बी कपैसिटी वाली काटरेज बनाई गई जिसके बाद 2015 में आई.बी.एम.ने 220 टी.बी., कैपेसिटी के साथ दुनिया के सामने इसका खुलासा किया। 2017 में मैग्नैटिक टेप स्पूटर्ड मीडिया मैटीरियल से बनाई गई जिससे इसकी कपैसिटी में काफी सुधार हुआ और यह 330 टी.बी तक डाटा को स्टोर करने में सक्षम हो गई।
इस तकनीक का होगा आम लोगों को फायदाः
पिछले 60 सालों में स्टोरेज को लेकर की जा रही इनोवेशन्स में इसे एक बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। यह तकनीक आने वाले समय में कम पैसों में क्लाऊड स्टोरेज में डाटा सेव करने के काम आएगी। इस मैग्नैटिक टेप को वीडियो फाइल्स को सेव करने व फाइल्स का बैकअप लेने के लिए सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाएगा। इसके निर्माताओं का कहना है कि आने वाले समय में इस स्टोरेज पर एप्लीकेशन को भी प्रोसैस किया जा सकेगा।