Saturday, August 26, 2017-6:11 PM
जालंधर- मोबाइल इंटरनेट और स्मार्टफोन के विस्तार से लोगो में मोबाइल वॉलेट का रुझान बढ़ा है। इसी के तहत अाई मिली रिपोर्ट के अनुसार सालाना 126 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए मूल्य के हिसाब से मोबाइल वॉलेट से लेनदेन 2022 तक 32,000 खरब रुपए पर पहुंच जाएगा।
मोबाइल वॉलेट से लेनदेन की संख्या में हर साल 94 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो रही है। वही इसके इस्तेमाल में सहूलियत से मोबाइल वॉलेट पेमेंट और पॉपुलर होगा। हालांकि रिपोर्ट में इससे जुड़ी कुछ बाधाओं को भी शामिल किया गया।
बता दें कि इसके अलावा रिपोर्ट में सबसे बड़ी चुनौती नकद लेनदेन को बताया गया है। यूजर्स आज भी ई पेमेंट की जगह नकद लेनदेन को सुरक्षित समझते हैं। वहीं क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी एक मुख्य चुनौती है। इसके अलावा फ्रॉड और फाइनेंशियल सिक्योरिटी इस्यू भी डिजिटल पेमेंट टेक्नोलॉजी की मुख्य परेशानियां हैं। प्रौद्योगिकी प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। यूपीआई के आने के बाद प्रतियोगिता में बढ़ोत्तरी हुई है और कंपनियां यूजर्स को मोबाइल वॉलेट से जुड़ी नई सर्विस पेश कर रही हैं।