Thursday, August 10, 2017-9:22 PM
जालंधर- दुनियाभर में बड़ी संख्या पर लोग सोशल साइट्स का इस्तेमाल करते है और ये हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बनती जा रही है। जानकारी के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नया कंप्यूटर प्रोग्राम विकसित किया है, जो डॉक्टरों की तुलना में बेहतर तरीके से, आपकी सोशल मीडिया की पोस्ट के जरिए अवसाद का पता लगा सकता है।
यह प्रोग्राम 70 प्रतिशत तक तनावग्रस्त लोगों का सटीक पता लगा सकता है। अमरीका की वर्मोंट विश्वविद्यालय के क्रिस्टोफर डेनफोर्थ ने कहा, ‘‘मशहूर सोशल मीडिया एप्प पर कुछ लोगों के अकांउटों के विशलेषण में हमने पाया कि अवसादग्रस्त लोगों की तस्वीरों के रंग गहरे थे, उन पर समुदाय के लोगों ने अधिक कमेंट (टिप्पणी) किए थे, इनमें चेहरे अधिक नजर आए और फिल्टर का इस्तेमाल कम किया गया।’’
तस्वीरों का विश्लेषण
डेनफोर्थ ने कहा, ‘‘जब वह फिल्टर का इस्तेमाल करते भी थे तो तस्वीर को ब्लैक एंड व्हाइट करने के लिए. अवसादग्रस्त पाए गए लोगों ने अन्य लोगों की तुलना में कई अधिक पोस्ट भी किए।’’
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन सामाजिक संवाद के बढ़ने से मानसिक और शारीरिक बीमारियों से पीड़ित लोगों की शुरुआती पहचान एल्गोरिथम के जरिए किए जाने की संभावना बढ़ गई है।
इसके अलावा शोधकर्ताओं ने मशहूर सोशल मीडिया एप्प के 166 यूजर के 43,950 तस्वीरों का विश्लेषण करने के लिए इस कंप्यूटर प्रोग्राम का इस्तेमाल किया। इनमें 71 ऐसे लोग शामिल थे जिन्हें क्लीनिकल जांच के बाद अवसाद होने की बात पता चली थी।