Saturday, December 9, 2017-10:13 PM
जालंधर- साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी फायरआई ने कहा है कि चाइनीज अडवांस्ड परसिस्टेंट थ्रेड (एपीटी) ग्रुप 2018 में भारत और हॉन्ग-कॉन्ग जैसे देशों पर अपना ध्यान बढ़ा सकते हैं। फायरआई ने कहा, 'भारतीय कंपनियों के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा का प्रश्न यह है कि क्या आपको पता है कि कौन आप पर हमला कर सकता है और वे कैसे काम करते हैं? यह खतरा आपके बिजनस के स्वरूप पर निर्भर करता है कि आपके पास कैसा डाटा है और आपके किन कंपनियों से संबंध हैं।'
सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के बारे में फायरआई के एक एक्जिक्युटिव ने कहा, 'यह जरूरी है कि हमें ऐसी परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए ताकि हमें ऐसी स्थिति का सामना न कराना पड़े जैसी अमरीका को हाल में देखनी पड़ी हैं जिसमें राष्ट्रपति चुनावों में रूस का बढ़ता दखल दिखाई दिया है।'
वहीं एशिया-प्रशांत क्षे6 के बारे में फायरआई का कहना है कि चीन के अपने पड़ोसी देशों भारत, दक्षिण कोरिया, जापान, फिलीपीन्स, वियतनाम और अन्य दक्षिण एशियाई देशों से राजनीतिक विवाद हैं। 2017 में गैर-चीनी और गैर रशियन एपीटी ग्रुप्स में इजाफा देखा गया है जो 2018 में इनकी संख्या में इजाफा हो सकता है।