Sunday, July 24, 2016-5:39 PM
जालंधर - रोजमर्रा की जिंदगी में स्मार्टफोन का यूज इतना बढ़ गया है कि आप एक बार फोन चार्ज कर एक दिन से ज्यादा नही निकाल सकते। हालांकि यह समस्या तब और भी बढ़ जाती है जब आप चार्जिंग के दौरान कुछ गलतियां करते हैं।
इन गलतियों से न सिर्फ फोन की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है बल्कि उसे भारी नुकसान होने का भी खतरा बना रहता है।
आगे हमनें ऐसी ही गलतियों का जिक्र करने जा रहे हैं जिसे आईफोन उपभोक्ता अक्सर चार्जिंग के दौरान करते हैं।
1. चार्जिंग के समय केस लगाए रखना -
आईफोन की बॉडी मैटल की बनी होती है फिर भी अक्सर लोग उस पर फैंसी केस लगा देते हैं। चार्जिंग के दौरान यदि आपका आईफोन बहुत ज्यादा गर्म हो रहा है तो उसका कारण फोन में लगा केस भी हो सकता है। इसलिए यदि आप फोन चार्जिंग के दौरान केस को हटा दें तो ज्यादा बेहतर होगा।
2. बिना चार्जिंग के बैकअप लेना -
यदि आप पुराने आईफोन का बैकअप लेने जा रहे हैं ताकि नए आइफोन में डाटा ट्रांसफर किया जा सकें तो कम से कम फोन की बैटरी 50 फीसदी तक चार्ज रखें। इसके साथ ही यह भी कोशिश करें कि फोन को किसी ठंडे स्थान पर रखें न कि गर्मी में। एप्पल के अनुसार यदि आप अपने फोन की बैटरी बिल्कुल कम रखते हैं तो बैकअप के दौरान यह बिल्कुल डीप डिस्चार्ज स्टेट में चला जाएगा।
3. 100 फीसदी के बाद चार्जिंग पर लगाए रखना -
कुछ लोग हमेशा फोन बैटरी को 100 फीसदी चार्ज देखना पसंद करते हैं और जैसे ही आईफोन की बैटरी चार्जिंग 90 प्रतिशत तक आ जाती है तो वह उसे फिर से चार्जिंग पर लगा देते हैं। इससे बैटरी कपैसिटी में धीरे-धीरे कमी आ जाती है। बैटरी एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोशिश करें अपने आईफोन की बैटरी को 80 फीसदी से 30 फीसदी तक चार्ज रखें। इससे फोन की पावर कपैसिटी बेहतर बनी रहेगी। यदि रात भर फोन चार्जिंग पर लगाए छोड़ देते हैं तो यह भी गलत है। ऐसा करने से भी बैटरी समय से पहले खराब हो जाती है।
4. बैटरी बिल्कुल खत्म होना -
जिस तरह कुछ लोग हमेशा आईफोन की बैटरी 100 फीसदी चार्ज देखना पसंद करते हैं। उसी तरह कुछ लोग बैटरी तब चार्जिंग पर लगाते हैं जब यह पूरी तरह से खत्म होने पर हो। यदि आप भी अपने आईफोन के साथ ऐसा करते हैं तो यह भी गलत है। क्योंकि लीथियम आयन बैटरी के बार-बार डिसचार्ज होने पर बैटरी की परफॉर्मेंस पर काफी असर पड़ता है।
5. ओवर हीटिंग -
इसे चार्जिंग की समस्या नहीं कहा जा सकता लेकिन इससे भी बैटरी पर असर पड़ता है। अक्सर आईफोन को कार के डैशबोर्ड, किसी खिड़की या फिर ऐसी जगह रख कर चार्ज करना जहां धूप या गर्मी ज्यादा हो तो इससे फोन बेहद गर्म या ठंडा हो जाता है और इसका असर फोन और बैटरी दोनों पर पड़ता है। इस बारे में एप्पल का कहना है कि आईफोन, आईपैड और एप्पल वॉच जैसी डिवाइसिस के लिए 32 डिग्री से नीचे का तापमान सही है। इससे ज्यादा के तापमान पर फोन होगा तो फोन और बैटरी पर काफी असर पड़ेगा।
6. नकली चार्जर का उपयोग -
आईफोन के साथ-साथ उसका चार्जर भी बाजार में उपलब्ध कम कीमत चार्जरों से महंगा है। ऐसे में जब चार्जर खराब होता है तो लोग किसी भी कंपनी का एक जैसा दिखने वाला सस्ता चार्जर उठा लाते हैं, लेकिन इससे बैटरी परफॉर्मेंस पर काफी असर पड़ता है और घटिया क्वालिटी के ये चार्जर आपके फोन को नुकसान पहुंचा देते हैं। ऐसे में अगर आपका चार्जर खराब हो गया है तो आप एप्पल की रजिस्टर आउटलेट पर जाकर यां एप्पल शॉप वेबसाइट पर ऑनलाइन खरीद सकतें हैं।