Thursday, April 19, 2018-10:13 AM
डैल, फेसबुक, एच.पी. और माइक्रोसॉफ्ट भी हुईं शामिल
जालंधर: इंटरनैट ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है। आज के दौर में हम शॉपिंग, पैसे ट्रांसफर, हैल्थकेयर और यहां तक कि अपनी यादों को भी इंटरनैट पर ही देख कर खुश हो लेते हैं, लेकिन इससे डाटा चोरी होने व साइबर अटैक का रिस्क भी काफी बढ़ गया है। आए दिन धोखाधड़ी व लोगों की निजी जानकारियों के चोरी होने की खबरों के बाद अब साइबर अटैक से लोगों को बचाने के लिए 34 कम्पनियों ने एक साथ हाथ मिलाया है। छोटी कम्पनियों के साथ इस एग्रीमैंट को सिस्को, डैल, फेसबुक, एचपी, माइक्रो-सॉफ्ट और नोकिया जैसी बड़ी कम्पनियों ने भी साइन किया है। इनका लक्ष्य लोगों के डाटा को किसी भी तरह के साइबर अटैक से बचाना है। कम्पनियों ने कहा है कि अब सिक्योरिटी में बढ़ौतरी होगी जिससे लोगों की जानकारियों को चोरी होने से बचाया जा सकेगा।
ग्रुप ने साइन किया एग्रीमैंट
34 कम्पनियों ने एक ग्रुप का निर्माण कर Cybersecurity Tech Accord नामक एग्रीमैंट को साइन किया है। इस समझौते में पूरी दुनिया के ग्राहकों को हैकिंग और साइबर अटैक से बचाने का वादा किया गया है। इसके साथ ही लिखा है कि ग्राहकों को साइबर अटैक से बचाने के लिए सिक्योरिटी को बूस्ट किया जाएगा।
इस तरह काम करेगा यह ग्रुप
इस ग्रुप में सभी कम्पनियां थ्रैट्स को एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगी और विचार-विमर्श से इसका समाधान निकालेंगी। कम्पनियों का कहना है कि अब इंटरनैट से होने वाले अटैक से ग्राहकों को सुरक्षा देने की जरूरत है जिस वजह से इस अहम कदम को उठाया गया है।
एंटीवायरस कम्पनियां भी करेंगी सपोर्ट
जानकारी के मुताबिक सिक्योरिटी फर्म्स जैसे अवास्त, फायरआई और सिमैंटिक भी इस मुद्दे को सपोर्ट करेंगी। माना जा रहा है कि इस एग्रीमैंट के साइन होने से साइबर अटैक्स पर कुछ हद तक तो नियंत्रण पाया जा सकेगा और इससे लोगों की जानकारियों को लीक होने से भी बचाया जा सकेगा।