Friday, December 1, 2017-4:11 PM
विकसित होगी दुनिया की पहली हाईब्रिड इलैक्ट्रिक प्लेन टैक्नोलॉजी
जालंधर : प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर नियंत्रण पाने के लिए एयरबस, रॉल्स रॉयस और सीमैंस ने सांझेदारी करते हुए हाईब्रिड इलैक्ट्रिक टैक्नोलॉजी को डिवैल्प करने की जानकारी सार्वजनिक की है। इलैक्ट्रोनिक कार को बनाने के बाद अब विमान के लिए E-Fan X प्रोग्राम के तहत हाईब्रिड इलैक्ट्रिक मोटर को विकसित किया जाएगा। इस 2MW की इलैक्ट्रिक मोटर को सबसे पहले BAe 146 विमान में लगाए गए चार इंजन्स में से एक के साथ रिप्लेस किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह इलैक्ट्रिक मोटर विमान को उड़ाने व लैंड करवाते समय काफी मदद करेगी। इसके अलावा इससे आवाज भी कम पैदा होगी और ईंधन के खर्च को भी कम किया जा सकेगा। इस प्रोग्राम के तहत वर्ष 2020 तक कम्पनी इसका डैमोंस्ट्रेटर वर्जन पेश करेगी और इसे 2025 तक बॉटम लाइन विमानों में शामिल किया जाएगा।
तीनों कम्पनियों का अहम रोल
इस इलैक्ट्रिक मोटर को बनाने के लिए एयरबस हाइब्रिड इलैक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम और बैटरीज बनाएगी, वहीं रॉल्स रॉयस टर्बो शॉफ्ट इंजन और 2 मैगावाट का जैनरेटर बनाएगी। इसके अलावा सीमैंस 2 MW की इलैक्ट्रिक मोटर को डिलीवर करेगी। इस प्रोग्राम के तहत सीमैंस इन्वर्टर और पावर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी बनाएगी। इसमें एक्सैस पावर को बैटरीज में स्टोर किया जाएगा जो विमान के टेक ऑफ और लैंडिंग के दौरान काम आएगी।
30 मिलियन पोंड्स किए जाएंगे इन्वैस्ट
एयरबस, रोल्स-रॉयस और सीमैंस इस E-Fan X प्रोग्राम के तहत कुल मिलाकर 30 मिलियन पोंड्स इन्वैस्ट करेगी यानी प्रत्येक कम्पनी 10 मिलियन पोंड लगाएगी। रॉल्स रॉयस के स्पोक्सपर्सन ने जानकारी देते हुए बताया है कि कम्पनी टर्बाइन्स को और हल्का बनाने पर काम करेगी। इसके अलावा इंजन के पाट्स, जैनरेटर और पॉवर इलैक्ट्रिक सिस्टम का भी वजन कम करने पर काम किया जाएगा।
सस्ती भरी जा सकेगी उड़ान
E-Fan X प्रोग्राम के तहत जैट को उड़ाते समय कम ईंधन की खपत होगी, जिससे संभावित सस्ती कीमत पर उड़ान भरी जा सकेगी। मॉडर्न विमान वैसे तो कम आवाज ही करते हैं लेकिन लैंडिंग और टेक ऑफ करते समय इनकी आवाज में काफी इजाफा हो जाता है। इस नई तकनीक से बनाई गई इलैक्ट्रिक मोटर काफी कम आवाज करेगी जिस वजह से रात के समय भी एयरपोर्ट से ज्यादा उड़ानें भरी जा सकेंगी।