Sunday, November 5, 2017-9:40 PM
जालंधर : नवीकरणीय ऊर्जा को बिजली पैदा करने का सबसे बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इससे प्रदूषण के बिना प्राकृतिक तरीके से बिजली पैदा कर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। इसी बात पर ध्यान देते हुए इस तकनीक को और बेहतर बनाने के लक्ष्य को लेकर जर्मनी में दुनिया की सबसे ऊंची विंड टर्बाइन को बनाने का काम शुरू हो गया है। जर्मनी की कंस्ट्रक्शन, टैक्नोलॉजी और सर्विस कम्पनी मैक्स बोगल विंड ने स्टटगार्ट के टाउन गेलडोर्फ में 4 टर्बाइन्स को बनाने का काम शुरू कर दिया है।
टर्बाइन की ऊंचाई 264.5 मीटर
इस चार टर्बाइन्स वाले प्रोजैक्ट में सबसे बड़ी ट्रबाइन के तीन ब्लेड वाले जायंट हब की उंचाई 178 मीटर (लगभग 584 फीट) रखी गई है वहीं इसकी जमीन से कुल ऊंचाई 264.5 मीटर है। बाकी की बची तीनों टर्बाइन्स की ऊंचाई 155 मीटर बताई गई है।
टर्बाइन्स में लगा 3.4 MW का जर्नेटर
इन चारों टर्बाइन्स में 3.4 MW का GE जर्नेटर लगा है। जो कुल मिलाकर 13.6 मेगावाट की बिजली पैदा करने में मदद करेगा। माना जा रहा है कि इनकी ऊंचाई के बढ़ने से 1 प्रतिशत तक अतिरिक्त बिजली पैदा की जा सकेगी। इनसे जर्मनी की कई जगहों में बिजली की आपूर्ति करने में काफी मदद मिलेगी।
पक्षियों के लिए सेफ होंगी ये टर्बाइन्स
इन टर्बाइन्स की ज्यादा ऊंचाई होने से इन्हें पक्षियों के लिए सेफ माना जा रहा है। क्योंकि इतनी ज्यादा ऊंचाई पर पक्षी कभी नहीं पहुंच पाएंगे। इसके अलावा इतनी ऊंचाई पर हवा के कम होने की भी संभावना कम होगी जिससे निरंतर बिजली पैदा की जा सकेगी। उम्मीद की जा रही है कि इसे वर्ष 2018 तक पूरा किया जाएगा।