Wednesday, September 27, 2017-10:38 AM
जालंधर : स्मार्टफोन में सुरक्षा को बढ़ाने व उसे आसानी से अनलॉक करने के लिए पासवड्स, पैटन लॉक, फेशियल रिकोग्नीशन व बायोमैट्रिक सिक्योरिटी यानी फिंगर प्रिंट स्कैनर का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक काफी कॉमन हो गई है यानी आप कम कीमत वाले अच्छे एंड्रॉयड स्मार्टफोन में इस फीचर का उपयोग कर सकते हैं। स्मार्टफोन सिक्योरिटी को नैक्स्ट लैवल पर ले जाने के लिए न्यूयॉर्क की यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो ने नई तकनीक विकसित की है जो यूजर के हार्ट यानी दिल को स्कैन कर स्मार्टफोन व कम्प्यूटर को अनलॉक करने में मदद करेगी।
हार्ट के शेप और साइज को डिटैक्ट करेगा सिस्टम
यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो ने नया सिस्टम डिवैल्प किया है जो लो लैवल डॉप्लर राडार से व्यक्ति के हार्ट के साइज और शेप को डिटैक्ट करेगा जिससे जब यूजर स्मार्टफोन को उठाएगा तो यह अपने आप ओपन हो जाएगा। इस अध्ययन के प्रमुख लेखक वीनयाउ शू ने बताया है कि दो व्यक्तियों के अगर हार्ट की स्कैनिंग की जाए तो वे एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं। हार्ट का साइज और शेप कभी नहीं बदलता जब तक कि व्यक्ति को किसी प्रकार की हार्ट सम्बन्धी बीमारी न हो। इस वजह से इस तकनीक को कारगर कहा जा सकता है।
कम पावर पर काम करेगा यह सिस्टम
इसके निर्माताओं ने दावा किया है कि यह राडार सिस्टम बहुत ही कम पावर पर काम करेगा और इससे किसी भी तरह का मानव शरीर को नुक्सान नहीं होगा। वीनयाउ शू ने बताया है कि इस तकनीक को वाई-फाई का उपयोग करने वाली जगहों पर भी उपयोग में लाया जा सकता है। इस तकनीक पर टैस्ट करने पर नतीजों में 98.61 प्रतिशत तक सही रिजल्ट्स मिले हैं। टीम ने बताया है कि इस तकनीक को स्मार्टफोन में देने के लिए फिलहाल छोटा मकैनिकल प्रोडक्ट बनाया जाएगा जिसे स्मार्टफोन्स के साथ कम्प्यूटर कीबोड्स में देने की योजना है।
8 सैकेंड में यूजर को करेगा डिटैक्ट
यह सिस्टम 8 सैकेंड्स में ही व्यक्ति के हार्ट के साइज और रिदम को डिटैक्ट कर व्यक्ति की मौजूदगी का पता लगा लेगा। इसके अलावा यूजर के दूर जाने पर यह सिस्टम फोन को दोबारा से लॉक कर देगा। जिस वजह से इसे मौजूदा लॉग इन अथंटिकेशन प्रोसैस से काफी सुरक्षित कहा जा सकता है और इसे क्रैक करना भी आसान नहीं होगा। इसकी निर्माता टीम ने बताया है कि इस तकनीक को अमरीकी राज्य उटाह में अगले महीने मोबाइल कम्प्यूटिंग और नैटवर्किंग पर आयोजित होने वाले 23वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान लोगों के सामने पहली बार दिखाया जाएगा।