कम समय में लैबोरेटरी तक खून पहुंचाएगा HQ-40 ड्रोन

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Thursday, September 14, 2017-1:16 PM

जालंधर : इंसान के बीमार होने पर डॉक्टर सबसे पहले उसे ब्लड टैस्ट करवाने को कहते हैं। ऐसे में यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि टैस्ट्स की रिपोर्ट कम समय में मिल सके। इसी बात पर ध्यान देते हुए  मैरीलैंड की प्राइवेट यूनिवर्सिटी जॉन हापकिन्स के वैज्ञानिकों ने एक ड्रोन की मदद से कम समय में लैबोरेटरी तक खून पहुंचाकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। वैज्ञानिकों ने लैटीट्यूड इंजीनियरिंग HQ-40 ड्रोन से मानव के ब्लड सैंपल्स को एक जगह से दूसरी जगह 259 km/h की स्पीड से अरिजोना के रेगिस्तान में पहुंचा कर एक नई उपलब्धि हासिल की है। 

 

122 किलोमीटर दूरी तक पहुंचाए गए सैम्पल्स
वैज्ञानिकों ने इस ड्रोन से एक साथ 84 सैम्पल्स को 122 किलोमीटर की दूरी पर सही-सलामत पहुंचाया है। इस ड्रोन में टैम्परेचर को कंट्रोल करने वाला पेलोड सिस्टम लगा है जो तीन घंटों तक इसे पहुंचाने में खून को खराब नहीं होने देगा। इसके अलावा अन्य सैम्पल्स को ले जाने के लिए इसके साथ अलग से कार लगाई गई है जो एक्टिव कूलिंग सिस्टम से सैंपल्स को 24.8 डिग्री सैल्सियस से 27.3 डिग्री सैल्सियस पर रखने में मदद करती है। इसकी मदद से ले जाए गए 19 सैम्पल्स में से 17 पर  सबसे ज्यादा कॉमन कैमिस्ट्री और हीमाटोलॉजी  टैस्ट्स किए गए हैं जिनमें बिल्कुल सही रिजल्ट्स प्राप्त हुए हैं।

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कम समय में मिलेंगे टैस्ट्स के रिजल्ट्स
HQ-40 ड्रोन का उपयोग उन जगहों पर किया जा सकता है जहां सड़क मार्ग से पहुंचने में काफी समय लगता है। इसके अलावा बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए भी इस तकनीक को काफी उपयोगी कहा जा सकता है। ड्रोन्स की मदद से मुश्किल समय के चलते  कम समय में टैस्ट्स रिजल्ट्स मिल सकेंगे जिससे ज्यादा से ज्यादा जिंदगियां बचाई जा सकेंगी। 

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डिलीवरी ड्रोन की जरूरत
शहरों की बनावट को देखते हुए डिलीवरी ड्रोन्स को काफी अहम माना जाने लगा है। इनका सबसे पहले उपयोग अमरीका में फूड यानी खाना डिलीवर करने के लिए 13 मार्च 2015 से शुरू हुआ था और देखते ही देखते बाकी की कम्पनियों ने इस चलन को और आगे बढ़ाने का काम किया। जिसके बाद जुलाई 2015 में अमरीका में लैट्स फ्लाई वायरलैस्ली प्रोग्राम के तहत पहले सैम्पल डिलीवरी ड्रोन का टैस्ट किया गया। मौजूदा समय में 122 किलोमीटर की दूरी पर सफलता सहित सैम्पल डिलीवर करने से यह कहा जा सकता है कि आने वाले समय में ड्रोन्स से कई ऐसे कार्यों को करने में आसानी होगी जिनमें फिलहाल अभी काफी समय लगता है।
 


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