इलैक्ट्रिक व्हीकल की क्षमता को 3 गुना बढ़ा देगी नैक्सट लैवल बैटरी

  • इलैक्ट्रिक व्हीकल की क्षमता को 3 गुना बढ़ा देगी नैक्सट लैवल बैटरी
You Are HereGadgets
Tuesday, October 10, 2017-11:04 AM

जालंधर : इलैक्ट्रिक वाहन निर्माताओं का ध्यान इस समय सिर्फ अपनी कारों की रेंज को बढ़ाने का है यानी कार कम्पनियां चाहती हैं कि उनकी इलैक्ट्रिक कारें एक बार में फुल चार्ज होकर लम्बे समय की यात्रा को तय कर सकें। इसी बात पर ध्यान देते हुए जापान की मल्टीनैशनल कम्पनी तोशीबा ने नई फास्ट चार्जिंग बैटरी विकसित की है जो एक चार्ज में मौजूदा उपयोग में लाई जाने वाली तकनीक से 3 गुना तक ज्यादा चलेगी, यानी इस बैटरी से वाहन तिगुना रास्ता तय कर सकेगा। सिर्फ इतना ही नहीं, इस तोशीबा SCiB (सुपर चार्ज आयन बैटरी) नामक बैटरी को कुछ ही मिनटों में फुल चार्ज भी किया जा सकता है। उम्मीद की जा रही है कि यह नैक्सट लैवल बैटरी इलैक्ट्रिक वाहनों में क्रांति लाएगी।


बैटरी पर सफल रहा परीक्षण
तोशीबा ने इस नई तकनीक से बनाए गए 50-Ah बैटरी वर्जन पर टैस्ट किया है जिसमें सही नतीजे प्राप्त हुए हैं। टैस्ट के बाद इसे सेफ्टी के मामले में सबसे बेहतर माना जा रहा है। इतना ही नहीं, यह भी बताया गया कि अगर यूजर इस बैटरी को 5,000 बार चार्ज और फुल डिस्चार्ज भी करेगा तब भी इसकी कपैसिटी 90 प्रतिशत तक बची रहेगी। 


6 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी बैटरी
इस बैटरी को अल्ट्रा रैपिड चार्जिंग तकनीक से चार्ज करने पर यह मात्र 6 मिनटों में फुल चार्ज हो जाएगी जिसके बाद यह बैटरी वाहन को 320 किलोमीटर तक का सफर करने में मदद करेगी। तोशीबा ने जानकारी देते हुए बताया है कि यह नई बैटरी सभी मापदंडों में आगे है। इस नई SCiB बैटरी के ऐनोड को लिथियम टाइटीनियम निओबियूम ऑक्साइड व क्रिस्टल स्ट्रकचर से बनाया गया है ताकि इसमें लीथियम आयन्स को कुशलतापूर्वक स्टोर किया जा सके। 


इलैक्ट्रिक वाहनों में करेगी गेम चेंजर का काम
इस बैटरी का डैमो करते समय तोशीबा कार्पोरेशन के कार्पोरेट रिसर्च और डिवैल्पमैंट सैंटर के डायरैक्टर डा. ओसामू होरी ने कहा हैं कि हम इस बैटरी को टैस्ट करने के बाद इसकी कार्य क्षमता को देख काफी खुश हैं। यह नैक्सट जैनरेशन की बैटरी गेम चेंजर का काम करेगी क्योंकि इससे इलैक्ट्रिक वाहनों की रेंज और परफार्मैंस और भी बेहतर हो जाएगी। हम अभी भी इसे और बेहतर बनाने में जुटे हुए हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस नई तकनीक से बनाई गई बैटरी को साल 2019 तक इलैक्ट्रिक वाहनों में उपयोग में लाया जा सकेगा। 


Latest News