Sunday, January 21, 2018-2:20 PM
जालंधर : अगर आपने भी इन दिनों वनप्लस का स्मार्टफोन खरीदा है तो आपको अपने बैंक अकाऊंट को चैक करना चाहिए क्योंकि वनप्लस स्मार्टफोन खरीदने पर लोगों की क्रैडिट कार्ड से जुड़ी निजी जानकारी चोरी हो गई है जिसे धोखाधड़ी से खरीदारी करने के लिए इस्तेमाल में लाया गया है। कम्पनी ने एक बयान जारी कर बताया है कि लगभग 40,000 ग्राहकों की क्रैडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी को चुराया गया है, जिन्होंने नवम्बर 2017 से जनवरी 2018 के मध्य तक कम्पनी की वैबसाइट से क्रैडिट कार्ड को स्वाइप कर स्मार्टफोन खरीदा है। इस घटना के बाद वनप्लस ने अपनी ऑफिशियल वैबसाइट से क्रैडिट कार्ड पेमैंट की सपोर्ट को बंद कर दिया है और इससे प्रभावित लोगों को कम्पनी एक वर्ष के लिए क्रैडिट कार्ड मॉनीटरिंग सर्विस फ्री में दे रही है। इस मामले को लेकर फिलहाल जांच-पड़ताल जारी है।
क्रैडिट कार्ड से जुड़ी संवेदनशील जानकारी हुई चोरी
वनप्लस की आधिकारिक वैबसाइट से शॉपिंग करते समय क्रैडिट कार्ड से जुड़ी संवेदनशील जानकारी जैसे कार्ड नम्बर, एक्सपायरी डेट और सिक्योरिटी कोड को चुराया गया है। कम्पनी के प्रवक्ता ने कहा है कि वह हर तरह की जानकारी अपने ग्राहकों को देंगे लेकिन फिलहाल जांच कहां तक पहुंची है, इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती।
कैसे हुआ यह अटैक
वनप्लस के प्रवक्ता के मुताबिक एक मलिशियस व्यक्ति ने वनप्लस के सर्वरों तक अपनी पहुंच बना ली और एक स्क्रिप्ट को कम्पनी के सर्वर में इंस्टाल कर दिया। जिससे पेमैंट फोर्म में टाइप की गई क्रैडिट कार्ड की जानकारी तक इसकी पहुंच बन गई। वहीं कुछ खरीदार वनप्लस के पेमैंट प्रोसैसर को इसके लिए दोषी मान रहे हैं। उनका कहना है कि विंडों पर क्रैडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी भरते समय व इनक्रिप्ट होने से पहले ही चोरी हुई है। माना जा रहा है कि जिन लोगों ने Paypal से पेमैंट की है वे इस अटैक से बच गए हैं।
इससे पहले भी विवादों के घेरे में फंस चुकी है वनप्लस
इससे पहले भी वनप्लस पर आरोप लगा था कि कम्पनी एक एप के जरिए यूजर्स की अनुमति के बिना उनके पर्सनल डाटा को एक्सैस कर रही है। कम्पनी ने अपने स्मार्टफोन्स में इंजीनियर मोड नाम की एक एप को इंस्टाल कर रखा था जो चोरी- छिपे यूजर की सारी जानकारी कम्पनी के सर्वर तक पहुंचा रही थी। उस समय कम्पनी के चीफ कर्ल पई ने कहा था कि आने वाले समय में एक सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए इंजीनियर मोड को हटा दिया जाएगा। अब कम्पनी की ऑफिशियल वैबसाइट से क्रैडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी के चोरी होने को लेकर यह कहा जा सकता है कि कम्पनी यूजर्स के डाटा की सिक्योरिटी व प्राइवेसी को लेकर गंभीर नहीं है।