Tuesday, September 19, 2017-6:16 PM
जालंधर : जियो द्वारा भारत में अपनी 4G सर्विस को लॉन्च करने के बाद बाकी की टैलीकॉम कम्पनियां अपने ग्राहकों को बचाने में जुट गई हैं। वोडाफोन और बीएसएनएल इस मुश्किल घड़ी में कम्पनी को बचाने के लिए मोबाइल निर्माताओं के साथ साझेदारी करने पर उतारू हैं। कम्पनियां रिलायंस जियो में कस्टमर को स्विच करते हुए देख घबरा गई हैं और अब फीचर फोन व नए ऑफर्स के साथ अपने ग्राहकों को बनाए रखने का प्रयास कर रही हैं।
टैलिकॉम कम्पनियों ने की स्मार्टफोन निर्माताओं के साथ साझेदारी
वोडाफोन ने टैलिकोम सैक्टर में अपने नाम को बचाने के लिए लावा और इंटैक्स के साथ साझेदारी की है और अब वोडाफोन इन कम्पनियों के मोबाइल फोन्स के साथ अपनी सिम देगी जिसमें नए वॉयस प्लैन्स और कैशबैक ऑफर दिए जाने का वादा किया जाएगा। इसके अलावा बीएसएनएल लावा व माइक्रोमैक्स के साथ साझेदारी कर अक्टूबर के महीने में 2000 रूपए का फीचर फोन पेश करेगी जिसमें यूजर्स को फ्री कॉल्स देने का भी वादा किया गया होगा।
आपको बता दें कि वोडाफोन अपने वायस बिजनेस को बचाने में लगी हुई है। जहां से कम्पनी को 80 प्रतिशत रेवेन्यू आता है। हाल ही में वोडाफोन चीन की iTel कम्पनी के सहयोग से नए 4G फीचर फोन बनाने वाली है। इसके अलावा लोग जियो की 4G इंटरनैट स्पीड में तेजी देखते हुए आईडिया का इंटरनैट चलाना भी पसंद नहीं कर रहे। ऐसे में आइडिया की समस्या भी बढ़ने वाली है।
फीचर फोन्स पर किया गया सर्वे
हांग कोंग बेस्ड काउंटर प्वाएंट टैकनोलाजी मार्केट सर्च के मुताबिक भारत में 450 मिलीयर फोन यूजर हैं जिनमें से 250 मिलीयन ने पिछले दो वर्षों से अपना फोन नहीं बदला है। ये वहीं ग्राहक हैं जो छोटे टॉपअप्स और सैशेयस से ही फोन का उपयोग करते हैं और फोन पर प्रति माह 100 रुपए से अधिक खर्च नहीं करते। ऐसे में हो सकता है कि नए फीचर फोन्स को खरीदने वाले लोगों को कुछ हद तक फायदा हो लेकिन रिलायंस जियो को भारत में तेज़ी से पैर जमाते हुए देख बाकी की कम्पनियां अचंबित रह गई हैं और उन्हें अपनी कम्पनी की सेल व ग्राहकों को बनाए रखने में मुशकिलों का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह से आये दिन कम्पनियां कुछ ना कुछ तोड़ निकालने की कोशिश में लगी हुई हैं।