इस साल रोबोटिक्स की दुनिया में ये रहा खास

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Thursday, December 24, 2015-11:55 AM

जालंधर : साल 2015 में रोबोट्स सिर्फ एक मशीन बनकर ही नहीं रह गए हैं। अब रोबोट्स इंसानों की तरह  चलने-फिरने, काम करने और बाइक्स चलाने में भी समर्थ हो गए हैं। इन कामों के लिए रोबोट्स को इंस्ट्रक्शन्स देने से भी छुटकारा मिल रहा है क्योंकि इस साल कई सारे ऐसे रोबोट्स देखने को मिले हैं जिन्हें सिखाया जा सकता है ताकि जरूरत पडऩे पर यह खुद-ब-खुद अपने में सुधार कर सकें।

मोटोबोट
यामाहा ने टोक्यो मोटर शो में मोटरसाइकिल चलाने वाले रोबोट मोटोबोट को पेश किया था। मोटोबोट को कम्पनी की मशहूर स्पोटर््स बाइक ङ्र्घंस्न-क्र१ के साथ अटैच किया गया है जो रेस ट्रैक पर 194 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकता है। हालांकि मोटोबोट पर कम्पनी काम कर रही है और इसे बेहतरीन रोबो बाइक बनाने के लिए हर बारीकी पर ध्यान दिया जा रहा है।

स्पॉट
स्पॉट से पता चलता है कि पिछले कुछ सालों में रोबोट कितना बदल गए हैं। गूगल बोस्टन डायनामिक्स ने हल्के, छोटे रोबोट डॉग (कुत्ता) का यू-ट्यूब पर एक वीडियो पेश किया जो सीढिय़ां चढ़ सकता है, चल सकता है, दौड़ सकता है और किसी के टांग मारने पर खुद को सम्भाल भी सकता है। 4 टांगों वाला यह रोबोट इलैक्ट्रिक मोटर की मदद से चलता है। स्पॉट चीते की रफ्तार में दौडऩे के साथ ही 30 फीट तक छलांग भी लगा सकता है।

रोबोट टैक्सी
जापान के बहुत से होटलों मेंं लोगों की जगह रोबोट्स काम करते हैं। जहां गूगल जैसी कम्पनियां अभी भी सैल्फी ड्राइविंग कार पर काम कर रही हैं वहीं जापान में रोबोट टैक्सी की अगले साल टैसिं्टग शुरू हो रही है। अगले साल मार्च में यह रोबोट टैक्सी 50 लोगों को टैस्ट राइड देगी और यह राइड 3 किलोमीटर तक की होगी। रोबोट टैक्सी को बनाने के लिर्ए ंरूक्क का सहयोग लिया गया है जो ऑटोमेटिड व्हीकल टैक्नोलॉजी विकसित करती है।

नाइटस्कोप के5
सिलिकॉन वैली की स्टार्टअप कम्पनी Knightscope का K5 रोबोट स्टार वार्स के क्र२ष्ठ२ की तरह दिखता है। 136 किलोग्राम का यह रोबोट किसी सिक्योरिटी गार्ड की तरह काम करता है और मॉल, सड़कों पर गश्त लगाते हुए लावारिस पड़े बैग, बॉक्स आदि पर नजर रखता है और उनकी जानकारी हैडक्वार्टर को भेजता है। इसमें 4 माइक्रोफोन, 4 हाई डैफिनेशन कैमरे, लाइसैंस प्लैट डिटैक्टर और तापमान को मापने वाला सैंसर लगा है जो वातावरण में हवा के दबाव, कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा का पता लगाता है।

टेलीप्रेजैंस रोबोट
इस रोबोट को विकलांगों की मदद के लिए बनाया गया है। मोटर फंक्शन टैक्नोलॉजी पर बना यह रोबोट किसी साइंस फिक्शन मूवी की तरह है जो व्यक्ति के दिमाग के सिग्नल की मदद से भी काम करता है। इसके अलावा टेलीप्रेजैंस रोबोट की मदद से पहली बार किसी व्यक्ति ने सबसे पहले आईफोन खरीदने के लिए बिना लाइन में लग कर आईफोन की डिलिवरी भी ली।