Sunday, August 13, 2017-1:34 PM
जालंधर- स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुके है और इससे सभी जरुरी काम अासानी से हो रहे है। अक्सर यह देखा जाता है कि स्मार्टफोन में लगे फिंगरप्रिंट सेंसर की डिमांड ज्यादा है। क्योकिं फिंगरप्रिंट सेंसर आपके फोन को सिक्योर रखता है ताकि आपका फोन कोई और अनलॉक न कर सके। अाज हम अापको विभिन्न प्रकार के फिंगरप्रिंट स्कैनर के बारे में बताने जा रहे है।
ऑप्टिकल स्कैनर
इसमे आपके फिंगरप्रिंट के ऊपर एक ब्राइट कलर डालता है जो आपके फिंगरप्रिंट की डिजिटल फोटो कैप्चर करता है। इसके बाद यह डिजिटल फोटो आगे के वेरिफिकेशन के लिए कंप्यूटर में फीड किया जाता है। यह हल्के-संवेदनशील माइक्रोचिप जैसे CCD, चार्ज-कपल डिवाइस या CMOS इमेज सेंसर डिजिटल फोटो बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह इमेज अपने आप आपके फिंगरप्रिंट को कोड में बदलता है।
कैपेसिटिव स्कैनर
वहीँ, अगर बात करें कैपेसिटिव स्कैनर की तो ये आपकी फिंगर को इलेक्ट्रिकली रूप से मापकर काम करता है। क्योंकि आपके हाथ के प्रत्येक उंगलियों के बीच में दूरी होती है, कैपेसिटिव स्कैनर इन्हीं दूरियों को कैलक्यूलेट कर आपके फिंगरप्रिंट की एक इमेज बनाता है। इस तरह के स्कैनर आईफोन और आईपैड में दिए टचस्क्रीन के समरूप हैं।