Saturday, August 12, 2017-7:30 PM
जालंधर- गूगल विश्व इन्टरनेट में अपनी बेहतरीन सेवा के जरिए ही आज नंबर एक पर है। वहीं इसकी लोकप्रिय सर्विस में जीमेल,गूगल प्लस,गूगल एडसेन्स,गूगल एडवर्ड और गूगल वोइस टाइपिंग आदि भी काफी प्रसिद्ध हो चुकी है। अाइए अाज जानते है गूगल के बारे में..
स्थापना
साल 1996 में आईडीडी इन्फ़ोर्मेशन सर्विसेस के रॉबिन ली ने “रैंकडेक्स” नामक एक छोटा सर्च इंजन बनाया, जो इसी तकनीक के आधार पर काम कर रहा था। रैंकडेक्स की इस तकनीक को ली ने पेटेंट करवा लिया और बाद में इसी तकनीक पर उन्होंने बायडु नामक कम्पनी की चीन में स्थापित किया।बायडू आज चीन में सबसे ज्यादा यूज़ होने वाला सर्च इंजन है।
गूगल का अर्थ
गूगल अंग्रेज़ी के शब्द “गूगोल” की गलत वर्तनी से बना है, इसका मतलब होता है− वह नंबर जिसमें एक के बाद सौ शून्य हों। इसका नाम यह दर्शाता है कि कम्पनी का सर्च इंजन लोगों के लिए सही जानकारी बहुत बड़ी मात्रा में उपलब्ध करने के लिए कार्यरत है।
वहीं शुरुआती दिनों में गूगल स्टैनफौर्ड विश्वविद्यालय की वेबसाइट के अधीन google.stanford.edu नामक डोमेन से चलाया गया,और इसने अपने इस नाम का डोमेन 15 सितंबर 1997 को पंजीकृत हुआ। 4 सितम्बर 1998 को इसे एक निजी-आयोजित कम्पनी में निगमित किया गया।
सर्विस
साल 2012 में गूगल ने गूगल वोइस के नाम से एक बहुत ही बेहतरीन सेवा पेश की।इसका यूज़ करके कोई भी आवाज़ के जरिये किसी भी चीज़ को गूगल पर सर्च कर सकता है। इसके अलावा ऐसे लोग जो फ़ास्ट टाइपिंग भी नहीं कर सकते वो ये काम केवल अपनी आवाज़ से कर सकते है और गूगल आपके लिए वह किसी भी भाषा में टाइप करेगा।