Friday, August 11, 2017-4:17 PM
जालंधर- अापने कई बार ऐसे बोर्ड्स देखे होगें जिसमें अापको टायर्स में नाइट्रोजन गैस भरनें सलाह दी गई होती है। इसे देखकर अापके मन में यह ख्याल अाता होगा कि टायर्स में नार्मल हवा की जगह नाइट्रोजन गैस डलवाने के लिए क्यो कहा जाता है? आइये जानते हैं इसके बारे में..
1. नॉर्मल हवा के साथ आर्द्रता (Humidity) जैसी समस्या रहती है, जिससे गाड़ी के टायर्स को नुकसान होने की पूरी संभावना रहती है साथ ही टायर्स के प्रेशर पर भी असर पड़ता है। इतना ही नहीं टायर में लगी रिम या एलाय व्हील पर भी इसका गलत असर पड़ता है।
2. वहीं नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से टायर के अंदर आक्सीजन में मौजूद पानी की मात्रा खत्म हो जाती है। इससे टायर के रिम को नुकसान नहीं पहुंचता।
3. नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से टायर की लाइफ बढ़ जाती है, साथ ही माइलेज भी बेहतर रहती है। इतना ही नहीं सेफ्टी, हैंडलिंग के लिहाज से भी नाइट्रोजन गैस उपयोगी होती है।
4. नार्मल हवा की तुलना में नाइट्रोजन गैस लम्बे समय तक टिकती है और बार-बार फीलिंग करने की जरूरत नहीं होती और इसलिए फॉर्मूला वन रेस में चलने वाली हर गाड़ी के टायर्स में नाइट्रोजन गैस का ही इस्तेमाल किया जाता है।