Saturday, August 19, 2017-2:38 PM
जालंधर- इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टोल भुगतान के लिए टैग की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने दो मोबाइल एप्प पेश किए है। जानकारी के अनुसार इनका नाम माईफास्टैग और फास्टैग पार्टनर है।
सरकार ने एनएचएआई के सभी 371 टोल प्लाजा के रास्तों को इस साल एक अक्तूबर तक फास्टैग अनुकूल बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। फास्टैग एक लोड किया जा सकने वाला टैग है जो कि वाहन के शीशे में लगा होगा, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान प्रौद्योगिकी (आरएफआईडी) होगी। यह प्रीपेड खाते से जुड़ा होगा, जिससे टोल शुल्क कटेगा। इसमें वाहनों को टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं होगी।
इसके बारे में एनएचएआई के चेयरमैन दीपक कुमार ने कहा कि फास्टैग की खरीद और उसे रिचार्ज कराने की जटिल प्रक्रिया प्रमुख चुनौती है। उन्होंने कहा, ‘‘आज जो मोबाइल एप्प पेश किए गए हैं उनसे यह प्रक्रिया सुगम हो सकेगी। मोबाइल का एक बटन दबाने पर फास्टैग को खरीदना या उसे रिचार्ज करना संभव होगा।’’