Tuesday, November 27, 2018-6:17 PM
गैजेट डेस्क : ररूस ने गूगल पर एक केस फाइल किया है, जिसमें दावा किया गया है कि कंपनी रूस में बैन की गई वेबसाइट्स को गूगल सर्च से हटाने में फेल हुई है। रूस के इंटरनेट वॉचडॉग Roskomnadzor ने आरोप लगाया है कि बैन की गई साइट्स अभी भी गूगल सर्च रिजल्ट्स में दिख रही हैं, जिस वजह से अब गूगल के विरुद्ध केस किया गया है। इसमें लिखा है कि अगर गूगल द्वारा रूस के कानूनों का उल्लंघन हो रहा है तो गूगल पर $10,450 (लगभग 7 लाख 41 हजार रुपए) का फाइन लगाया जाए।
रूस ने बढ़ाई सख्ती
वैसे अगर बात गूगल की करें तो यह फाइन काफी कम है, लेकिन रूस ने अपने प्लान के बारे में बताया है कि जो टेक्नोलॉजी कंपनियां कानून को तोड़ेंगी, उनको लेकर आने वाले समय में कठोर दंड लागू किया जाएगा।
प्रॉफिट को देख लगेगा फाइन
न्यूज़ वेबसाइट रिउटर्स को तीन सोर्सेस से जानकारी मिली है कि रूस के नियमों का उल्लंघन होने पर टेक कंपनियों पर साल के प्रॉफिट के हिसाब से फाइन लगेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे फिलहाल कंपनी के रेवेन्यू का 1 प्रतिशत कहा जा रहा है।
रूस में बंद किए गए ये दो ऐप्स
एनगैजेट की रिपोर्ट के मुताबिक, टेक कंपनियां काफी लंबे समय से रूस के टार्गेट पर हैं। इससे पहले देश ने सुरक्षा के मद्देनजर LinkedIn और Telegram जैसे ऐप्स को बंद कर दिया है। लेकिन गूगल को रूसी कानूनों के अनुरूप रहने के लिए कुछ रियायतें दी गई हैं।
- वहीं, सितंबर के महीने में गूगल की वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस यूट्यूब से ऐड को रिमूव करवाया गया था। वो भी जब रूस के अपोजिशन लीडर ने दावा किया था कि ये चुनावी कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं।
Edited by:Hitesh