Sunday, July 3, 2016-10:28 AM
जालंधर : सोलर एनर्जी एक न खत्म होने वाली ऊर्जा का भंडार है जिसके बारे 18वीं सदी में एलेग्जैंडर एडमंड द्वारा पता लगाया गया था। आजकल कई तरह के प्रोडक्ट्स में सोलर एनर्जी को इलैक्ट्रिक पावर सोर्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह एक प्रदूषण रहित साफ ऊर्जा का स्रोत है। अमरीका द्वारा पहल करते हुए सौर ऊर्जा का लोहा मानते हुए एक सोलर रोडवे (सौर ऊर्जा चलित सड़क) तैयार किया जा रहा है।
आइए जानते हैं इस सोलर रोडवे के बारे में:-
अमरीका में एक रोड रूट 66 नाम से मशहूर है। 2,450 मील लम्बी यह रोड शिकागो से सांटा मोनिका, कैलिफोर्निया तक जाती है तथा इस रोड को ही दुनिया का पहला सोलर रोडवेज बनाया जाएगा। रूट 66 का अमरीकी इतिहास में खास स्थान है। इसको 11 नवम्बर 1926 में स्थापित किया गया था। यह रोड शिकागो से शुरू होकर मिजूरी, कैंसस, ओकलाहोमा, टैक्सास, न्यू मैक्सिको व एरीजोना से गुजरते हुए सांटा मोनिका, कैलिफोर्निया तक जाकर खत्म होती है, इसलिए यह अमरीका का सबसे मशहूर रोड हाईवे है।
सड़क बन जाएगी प्रदूषण मुक्त साफ एनर्जी का स्रोत -
सड़क पर सोलर पैनल लग जाने से हमें साफ व प्रदूषण मुक्त एनर्जी इलैक्ट्रीसिटी के रूप में मिलेगी। इलैक्ट्रिक कारों की गिनती लगातार बढ़ रही है व इस दौर में सोलर रोडवे इलैक्ट्रिक चार्जर की तरह मदद कर सकता है। सोलर पैनल्ज की मदद से जमा हुई इलैक्ट्रीसिटी कई सोर्सेज में मदद करके देश की इकोनमी को सुधारने में भी मदद कर सकती है।
कंक्रीट की जगह पूरे रोड पर लगेंगे सोलर पैनल -
सड़क पर सोलर पैनल लगाकर एनर्जी पैदा करने का ख्याल सबसे पहले जूली व स्कॉट ब्रूसो के दिमाग में आया तथा 2006 में इन्होंने एक स्टार्टअप कम्पनी शुरू करके ऐसे हैक्सागन शेप वाले सोलर पैनल्ज का निर्माण करना शुरू किया जिनमें माइक्रोप्रोसैसिंग स्मार्ट यूनिट्स लगी हुई हैं।
एल.ई.डी. लाइट्स से लैस इन पैनल्का पर टैंपर्ड ग्लास लगाया गया है। इस टैंपर्ड ग्लास को इस कदर मजबूत बनाया गया है कि भारी से भारी व्हीकल गुजरने के बावजूद यह सोलर पैनल को डैमेज नहीं होने देगा।