Friday, February 19, 2016-10:33 AM
जालंधर : पहनने वाले डिवाइस कितने बेहतर होते जा रहे हैं इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब यह डिवाइस रियल टाइम में जानकारी देते हुए आपको एक असल कोच की तरह दिशा-निर्देश देते हैं। आज हम ऐसे ही एक डिवाइस की बात कर रहे हैं जो बर्फ पर स्केटिंग करते समय आपको रियल टाइम में जानकारी देता है। इस डिवाइस का नाम Carv है जिसमें दो भागों वाला मॉनीटरिंग सिस्टम लगा है। इसमें एक आपको शिक्षित करता है तो दूसरा मोशन एनालिसिस और प्रैशर डाटा की मदद से रियर-टाइम प्रक्रिया प्रदान करता है।
Carv सिस्टम मनोरंजन से लेकर इवैंट की तैयारी तक कई प्रकार के स्कीइस चलने वाले के लिए एक बेहतरीन डिवाइस है। स्कीइस करने वाले को अपने स्की बूट के बाहर और अंदर की तरफ इस डिवाइस को लगाना होता है और डाटा आईफोन और एंड्रॉयड एप की मदद से मॉनीटर होते हुए एनालाइज होता है। इसके बारे इस डाटा का फीडबैक ईयरफोन्स के जरिए और फोन की डिस्प्ले पर मिल जाता है। यह डिवाइस आपको यह शिक्षा भी देता है कि किस तरह स्की करनी चाहिए।
यदि आप फिटनैस ट्रैकर का इस्तेमाल करते हैं या फिर यह पता है कि फिटनैस ट्रैकर कैसे काम करता है तो आप Carv को आसानी से समझ सकते हैं क्योंकि यह भी उसी सिद्धांत पर काम करता है जिसके साथ सैंसर्स और ऑडियो/वीडियो/ए.आई. कोचिंग मिलती है।
फ्री स्टाइल स्कीइस करने वाले हवा में उडऩे और बर्फ पर लैंड करते समय और इस तरह के कई ट्रिक्स तथा फ्लिप्स को मॉनीटर कर सकते हैं। दूसरे देश से आए स्कीयर्स वजन वितरण की निगरानी भी कर सकते हैं। Carv Coach प्लेटफार्म उन्नत और पेशेवर स्कीयर्स के लिए है और इसके कोच वीडियो फुटेज को सिंक कर परफार्मैंस की पूरी तरह से जानकारी और क्या सुधार करना है इस बारे में जानकारी दे सकते हैं।
जूते के अंदर लगाया जाने वाला Carv सिस्टम बहुत पतला (1एम.एम. से भी कम मोटा) है और इसमें 48 स्वतंत्र रूप से काम करने वाले प्रैशर सैंसर लगे हैं। यह डिवाइस -40 डिग्री सैल्सियस से +85 डिग्री सैल्सियस में काम कर सकता है जिससे यह तो साफ है कि यह डिवाइस आपका साथ नहीं छोड़ेगा। इसके अंदर 3 एक्सिस अक्सेलरोमीटर, गयरोस्कोपे और बाहरी यूनिट में कम्पास लगी है। यह पूरा सिस्टम 16 घंटों तक काम कर सकता है और इसे चार्ज करने के लिए यू.एस.बी. का इस्तेमाल होगा।
वैसे तो यह सिस्टम किसी फिटनैस ट्रैकर की तरह है लेकिन इसे बनाने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ इम्पीरियल कॉलेज लंदन के पी.एचडी. के छात्रों ने 3 सालों की कड़ी मेहनत की है। इसे बनाने के लिए दुनिया भर के 2,000 स्कीयर्स के डाटा को एनालाइज किया गया है और Carv सिस्टम को बनाने वालों के मुताबिक अब इसी तरह काम करने वाले एक अन्य सिस्टम को बनाया जाएगा जो स्नोबोर्डेर्स के लिए होगा। फिलहाल यह कम्पनी क्राऊड फंडिग वैबसाइट किटस्टाटर कैम्पेन का हिस्सा है और Carv ने 50,000 अमरीकी डॉलर के लक्ष्य को पूरा करते हुए दो गुणा पैसे इकट्ठे कर लिए हैं। यह डिवाइस इस साल नवम्बर महीने तक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध होगा।