टाटा बनाएगी दुर्गम रास्तों पर चलने वाली ऑटोमेटेड कार

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Wednesday, July 13, 2016-3:25 PM
जालंधरः  देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई जगुआर लैंड रोवर ऐसी ऑटोमेटेड कार बना रही है जो न सिर्फ बढिय़ा पक्की सड़कों पर बल्कि किसी भी तरह के रास्ते पर बिना ड्राइवर के चल सकेगी। 
 
 
जगुआर लैंड रोवर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कंपनी के अनुसंधान प्रमुख टोनी हार्पर ने कहा, हम भविष्य की हाइली ऑटोमेटेड तकनीक को सिर्फ पक्की सड़कों तक सीमित नहीं रखना चाहते। जब ड्राइवर सड़क से दूर भी जाता है हम चाहते हैं कि उसकी सहायक तकनीक काम करती रहे। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आप इसका इस्तेमाल अपनी यात्रा के अंतिम छोर तक कर सकें; भले ही यह ऊबड़-खाबड़ रास्ता या बजरी भरी सड़क क्यों न हो। 
 
 
हार्पर ने कहा कि इस कार के सेंसर निर्माणाधीन सड़क, पर्वतीय इलाकों की बर्फ से पटी सड़क या जंगल के कीचड़ भरे रास्ते पर भी पूरी तरह काम करते रहेंगे और ऑटोमेटेड तकनीक ड्राइवर के लिए उपलब्ध रहेगी। यदि ड्राइवर इन रास्तों पर कार को नियंत्रित करने में खुद को असहज महसूस करता है तो वह ऑटोमेटेड तकनीक से कार को ही चालन का नियंत्रण सौंप सकता है। 
 
 
उन्होंने कहा, हम पहले ही सभी तरह के रास्तों के लिए उपयुक्त तकनीक में सबसे आगे हैं। यह अनुसंधान परियोजना इसे और आगे ले जाएगी। कंपनी ने बताया कि उसके अनुसंधानकर्ता नई पीढ़ी की सेंसिंग तकनीक का विकास कर रहे हैं जो भविष्य की ऑटोमेटेड कारों की आंख बनेगी। क्योंकि सेंसर हमेशा सक्रिय रहते हैं इसलिए वह ड्राइवर से बेहतर देख सकते हैं। सतह की पहचान और रास्ते की त्रिआयामी (3डी) सेंसिंग तकनीक को लेकर जारी अनुसंधान में कैमरों के साथ अल्ट्रासोनिक तकनीक, रडार और एलआईडीएआर सेंसरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे कार के चारो तरफ 360 डिग्री में मौजूद सभी चीजों के बारे में पता चलता रहेगा। सेंसर इतने दक्ष होंगे कि वे टायर के नीचे की सतह की पहचान स्वयं कर लेंगे और उसी हिसाब से कार अपना मार्ग तय करेगी।  
 
 
अल्ट्रासोनिक तकनीक पांच मीटर आगे तक की सतह की पहचान कर सकेगी। इससे पहले कि कार उस सतह पर पहुंचे उसका ड्राइविंग मोड बदल चुका होगा। यह रास्ते में ऊपर लटक रही पेड़ों की डाल, कार पार्क के बैरियरों तथा रास्ते के सभी प्रकार के अवरोधों की खुद पहचान करने में दक्ष होगी। यदि कार के ऊपर कोई सामान रखना हो तो उस हिसाब से यात्री कार के सिस्टम में ऊंचाई सेट कर सकते हैं। यदि सामने क्लियरेंस कम होगा तो टच स्क्रीन पर चालक को संदेश मिल जायेगा।  
 
 
जगुवार लैंड रोवर ने दुनिया में पहली बार पक्की सड़क से हटकर दुर्गम इलाकों में ऑटोमेटेड कार का डेमो दिया। इसमें दो स्पोट्र्स कारों को डेडिकेटेड शॉर्ट रेंज कम्युनिकेशन (डीएसआरसी) के जरिए आपस में जोड़ा भी गया था। इससे दोनों वाहन एक-दूसरे के साथ रास्ते की जानकारियां साझा करने में सक्षम रहे। 
 

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