Thursday, November 12, 2015-9:25 PM
वाशिंगटन : नासा के कैसिनी अंतरिक्षयान ने शनि की सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन के निचले से मध्यम समतापमंडल में जमे हुए पदार्थों के एक नये विशालकाय बादल का पता लगाया है। कैसिनी के कैमरा ने टाइटन के दक्षिणी ध्रुव पर करीब 300 किलोमीटर की उंचाई पर मंडराते एक बादल की एक तस्वीर ली है। हालांकि, नासा ने बताया कि बादल को सबसे पहले 2012 में देखा गया था। उस वक्त यह एक छोटा सा बर्फ का टुकड़ा था जो अब टाइटन के करीब 200 किलोमीटर की उंचाई पर समतापमंडल में कहीं अधिक बड़ा बर्फीला बादल बन गया है।
इसका पता कैसिनी के इंफ्रारेड उपकरण से लगाया है। बादल का घनत्व कम है। यह पृथ्वी के कोहरे जैसा है लेकिन शीर्ष पर सपाट है। कैसिनी 2004 में टाइटन के उत्तरी धु्रव पर पहुंचा था। इस बीच, नये बादल दक्षिणी धु्रव पर बनने लगे। इनका निर्माण इस बात का संकेत देता है कि टाइटन के वैश्विक परिचक्रण में बदलाव हो रहा है। केलिफोर्निया स्थित नासा के जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी में कैसिनी के उप परियोजना वैज्ञानिक स्कॉट एडगीनटन ने बताया कि टाइटन के मौसमी परिवर्तन ने चकित करना जारी रखा है।