Saturday, October 24, 2015-10:27 PM
लंदन : खून की कमी की बीमारी एनीमिया के एक दुर्लभ प्रकार से ग्रस्त मरीजों में कैंसर के खतरे का पता लगाने के लिए एक आणविक तंत्र का पता लगाया गया है। मैनुयेल सेर्रेनो के नेतृत्व में स्पैनिश नेशनल कैंसर रिसर्च सेंटर (सीएनआईआे) में ट्यूमर सप्रेशन ग्रुप के अनुंसधानकर्ताओं ने पहला जन्तु संबंधी मॉडल विकसित किया है जो इंसानों में डायमंड-ब्लैकफैल एनीमिया (डीबीए) के मुख्य लक्षणों को दिखाता है जिसमें कैंसर की बहुत अधिक संभावना भी शामिल है।
इन नवीन खोजों से इस रोग के उपचार में सुधार की गुंजाइश है जो रूधिर संबंधी विकारों को खत्म करने में तो प्रभावी है लेकिन कैंसर की संभावना को कम करने में नहीं। डीबीए एनीमिया का दुर्लभ प्रकार है जो हरेक 10 लाख लोगों में से पांच को प्रभावित करता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान पाया कि आरपीएल11 प्रोटीन की आंशिक कमी से जूझ रहा चूहा न सिर्फ एनीमिया की वजह बनने वाली लाल रक्त कणिकाओं की परिपक्वता से ग्रस्त हो जाता है, वरन उसमें लिम्फोमाजेनेसिस की संभावना भी बढ़ जाती है जो कैंसर का एक प्रकार है। डीबीए मरीजों के राइबोसोमल प्रोटीनों में अंतर पाया जाता है। यह अध्ययन ‘सेल रिपोट्र्स’ में प्रकाशित हुआ है।