Thursday, May 5, 2016-12:03 PM
जालंधर : वैज्ञानिकों ने वर्ल्ड का सबसे छोटा इंजन विकसित किया है जो आकार में एक मीटर से बिलियन गुणा छोटा है और यह रोशनी पर चलता है। इसका प्रयोग नैनो मशीनें बनाने में मददगार होगा जिससे पानी में वातावरण का पता लगाने में मदद मिलेगा।
इसका प्रोटोटाइप डिवाइस बनाने के लिए सोने के छोटे कणों का उपयोग किया गया है जो टेम्परेचर-रेस्पॉन्सिव पॉलिमर से एक जेल के रूप में बना है। जब नैनो पाॅलिमर एक निश्चित तापमान पर गर्म होता है तो यह एक दूसरे के अंश को बड़ी मात्रा में इलास्टिक एनर्जी में स्टोर करता है। यूनिवर्सिटी आॅफ बाॅथ के Ventsislav Valev ने कहा कि अब हम नैनोस्केल पर एक पिस्टन इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए प्रकाश का उपयोग कर सकते हैं।