Thursday, January 14, 2016-9:06 AM
जालंधर : दुनिया में लगभग 7500 से ज्यादा टैक्नॉलोजी कम्पनियां हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बार आप सोचा होगा कि यह कम्पनियां इतनी बड़ी तो हैं परन्तु इनके नाम और इन की शुरूआत कैसे हुई? किसी कम्पनी का नाम क्या सोच कर रखा गया था? यह सब सवाल देखने में तो छोटे हैं परन्तु इन सवालों के पीछे का इतिहास बहुत ही दिलचस्प और जानने योग्य है। बात आम ज्ञान की हो या नालेज की, अगर हम टैक्नॉलोजी में रूचि रखते हैं तो हमें इनके बारे जानकारी होनी चाहिए। इसी के अंतर्गत हम दुनिया की कुछ बहुत ही बड़ी टैक्नॉलोजी कम्पनियों के नाम और उनके साथ संबंधित कुछ खास बातें आपको बताएंगे जो आपकी नॉलेज बढ़ाने में मदद करेंगी
HCL
भारतीय मूल की एच.सी.एल. लिमिटेड कम्प्यूटर निर्माता कम्पनी टैक्नॉलोजी की दुनिया का जाना जाता एक बड़ा नाम है। इस कंपनी की शुरूआत 1991 में 12 नवम्बर को हुई थी। इस कंपनी की शुरूआत करन वाले थे अर्जुन मल्होत्रा और शिव नदर। इसका पूरा नाम एच.सी.एल. हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमटिड है, जो कि 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक पहली 35 कंपनियां जिन्होंने 5 बिलियन के सालाना रैविन्यू जनरेट किया है, उन में अपनी जगह बनाने में सफल रही है।
YAHOO
दुनिया की सब से पहली सर्च इंजन कम्पनियों में से एक याहू का पूरा नाम शायद ही किसी को पता होगा। डेविड फिलौ और जेरी यैंग की तरफ से 1994 में बनाई गई याहू का पूरा नाम ‘यैट्ट अनोथेर हैरॢचकल ओफ्फिसियस ओरेकल’ है। वर्तमान हालात को अगर परे रखें तो याहू दुनिया में सर्च इंजन, न्यूज और ई-मेलिंगि में अपना लोहा मनवा चुकी है।
IBM
आई.बी.एम. दुनिया की सबसे बड़ी कम्प्यूटर कम्पनी है। आई.बी.एम. का पहला नाम सी.टी.आर. को. था, जिस का मतलब है कम्प्यूटिंग टैबुलेटिंग रिकार्डिंग कम्पनी। सी.टी.आर. की शुरूआत 1911 में चार्ल्स रैनलैट्ट फलिंट ने की थी और 14 फरवरी 1924 को इसका नाम बदल कर आई.बी.एम. (इंटरनैशनल बिजनैस मशीन) रख दिया गया। आई.बी.एम. की तरफ से 1952 में पहला बिजनैस कम्प्यूटर आई.बी.एम. 701 नाम के साथ पेश किया गया था और इसके साथ-साथ 1956 में दुनिया की पहली मैग्नेटिक हार्ड डिस्क भी आई.बी.एम. ने ही बनाई थी, जिसकी कीमत 10 हजार डालर प्रति मैगाबाइट के हिसाब के साथ थी।
HTC
आजकल एंड्रॉयड की हर तरफ चर्चा हैं परन्तु क्या आपको पता है कि गूगल का एंड्रॉयड आप्रेटिंग सिस्टम हमारे बीच एच.टी.सी. ने 2008 में इंट्रोड्यूस किया था। एच.टी. सी. हाईटैक कम्प्यूटर्ज की शुरूआत 1997 में एच.टी.चौ, पीटर चौ और शिर वांग ने की थी। उस समय इस बनाने वालों का स्वप्न दुनिया का पहला टच स्क्रीन डिवाइस बनाना था, जो कि फीचर्ज के मामलो में एक कम्प्यूटर जैसा हो। अब एच.टी.सी. दुनिया की सब से बड़ी स्मार्टफोन और टैबलेट निर्माता कंपनियों में से एक है।
INTEL
गार्डन मोर और राबर्ट नायस ने सांता क्लारा कैलिफोर्निया में 1968 में इंटेल कंपनी की शुरूआत की थी और आज के समय में इंटेल दुनिया में सब से वैल्यूएबल चिप निर्माता कंपनी है। इंटेल (इंटाग्रेटिड इलैक्ट्रॉनिक्स) का पहले नाम मोर नायस इलैक्ट्रॉनिक्स रखा गया था, जिस को फिर बदल कर इंटाग्रेटिड इलैक्ट्रॉनिक्स रख दिया गया। इंटेल की तरफ से तैयार पहली कमर्शियल चिप (C3101) तैयार की गई थी, जिसको सैंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सी. पी यू.) के तौर पर इस्तेमाल करा गया था।