Saturday, May 14, 2016-1:58 PM
जालंधर : धरती से लगभग 3 करोड़ वर्ष दूर और लिओ माइनर तारामंडल में स्थित शांत एक नीली आकाशगंगा ब्रह्मांड के जन्म पर नया रौशनी डाल सकती है। इंडियाना यूनिवर्सिटी के खगोलविदों ने पाया कि यह ल्योनसिनो (उप नाम) आकाशगंगा भारी रासायनिक तत्वों और धातूओं से भरपूर है, जिसकी आकाशगंगा में नई खोज हुई। इंडियाना यूनिवर्सिटी के बलूमिंगटन कालेज आफ आर्टस एंड विज्ञान के प्रोफैसर जान.जे. सालजर ने बताया कि कम धातूओं वाली आकाशगंगा की खोज रोमांचक है। यह बिग बैंग के गुणात्मिक प्रशिक्षण में मददगार साबित हो सकती है।
ब्रह्मांड के जन्म के समय की स्थिति का पता लगाने के लिए कुछ ही तरीके हैं लेकिन कम धातू वाली आकाशगंगा सबसे मददगार विधि हैं। इसका कारण यह है कि ब्रह्मांड के जन्म के विषय का मौजूदा माॅडल बिग बैंग दौरान हीलियम और हाईड्रोजन की मात्रा बारे स्पष्ट भविष्यवानियों को प्रदर्शित करता है। कम धातू वाली आकाशगंगा में इन प्रमाणूओं का अनुपात माॅडल के प्रक्षिशण को आसान बनाता है।