Thursday, March 10, 2016-6:34 AM
जालंधर : सौर मंडल के पहले ग्रह बुद्ध (मरकरी) की बनावट को लेकर अभी भी कई राज बने हुए हैं। इस ग्रह में आइरन और टाइटेनियम की मात्रा धरती के चंद्रमा से भी कम है, तो भी मरकरी ग्रह इतना डार्क क्यों है? विज्ञानिक इसका पता अभी तक नहीं लगा सके हैं। हालांकि मरकरी का असली रंग काफी चमकदार है लेकिन क्यों यह देखने में इतना डार्क दिखाई पड़ता है, इसका पता जान हापकिंस अप्लाईड फिजिक्स लैबारोटरी की एक टीम ने गाने में कामयाबी हासिल की है।
इन्होंने स्पैक्ट्रल एनालसिस के साथ नासा से आईं फोटोज का अध्ययन कर पता लगाया है कि इसमें कार्बन (ग्रेफाइट) की वजह ही मरकरी की इस तरह की छवि बनती है।ग्रेफाइट रौशनी को अपने में सोख सकता है।
हम देख सकते हैं कि मरकरी का आकार पहले की अपेक्षा बढ़ गया है और इस को हम धरती से नंगीं आंखों के साथ देख सकते हैं। इस ग्रह पर मैग्मा के समुद्र 4.6 बिलियन साल पहले ही ठंडे हो चुके हैं। इस कारण यहां पर ग्रैफाइट की पर्त पर पड़ती सूर्य की रौशनी को अपने में सोख लेती है। इसीलिए मरकरी हमें डार्क दिखाई देता है।