भारत सरकार की चेतावनी: पुराने सॉफ्टवेयर वाले Apple डिवाइस हाई रिस्क पर

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Thursday, December 18, 2025-2:29 PM

गेजट : अगर आप iPhone, iPad या MacBook का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम) ने एपल डिवाइसेस को लेकर हाई-सेवेरिटी अलर्ट जारी किया है। एजेंसी के मुताबिक, एपल के कई ऑपरेटिंग सिस्टम्स में गंभीर सुरक्षा खामियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर साइबर अपराधी यूजर्स की निजी जानकारी चुरा सकते हैं।

एपल के सॉफ्टवेयर में गंभीर खामियां

CERT-In की रिपोर्ट के अनुसार, एपल के iOS, iPadOS, macOS समेत अन्य प्लेटफॉर्म्स में ऐसे बग्स सामने आए हैं, जो डिवाइस की सुरक्षा को कमजोर बनाते हैं। इन खामियों को बेहद खतरनाक (High Risk) श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि इनके जरिए हमलावर सिस्टम की सुरक्षा को पूरी तरह बायपास कर सकते हैं।

कैसे हो सकता है यूजर्स को नुकसान

इन सुरक्षा कमियों का फायदा उठाकर हैकर्स डिवाइस में अनधिकृत पहुंच बना सकते हैं। इससे यूजर्स का संवेदनशील डेटा—जैसे निजी तस्वीरें, पासवर्ड, बैंकिंग और वित्तीय जानकारी—खतरे में पड़ सकती है। इसके अलावा, साइबर अपराधी रिमोट तरीके से डिवाइस में मालवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं, जिससे फोन या लैपटॉप क्रैश हो सकता है या पूरी तरह हैकर्स के नियंत्रण में जा सकता है। यह खतरा व्यक्तिगत यूजर्स के साथ-साथ बड़े संगठनों के लिए भी गंभीर माना जा रहा है।

कौन-कौन से डिवाइस खतरे की जद में

CERT-In का यह अलर्ट एपल के कई प्रमुख प्रोडक्ट्स पर लागू होता है, खासतौर पर वे डिवाइस जो पुराने सॉफ्टवेयर वर्जन पर चल रहे हैं। इनमें शामिल हैं:

  • iOS और iPadOS के पुराने वर्जन वाले iPhone और iPad

  • macOS Sequoia, Sonoma और Ventura पर चलने वाले MacBook

  • Apple Watch (watchOS)

  • Apple TV और Safari ब्राउजर

यदि आपके डिवाइस में हाल ही में सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किया गया है, तो वह असुरक्षित हो सकता है।

बचाव के लिए क्या करें

इस साइबर खतरे से बचने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है तुरंत सॉफ्टवेयर अपडेट करना। एपल ने इन खामियों को दूर करने के लिए नए सिक्योरिटी पैच जारी कर दिए हैं। CERT-In और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह है कि यूजर्स अपने डिवाइस की सेटिंग्स में जाकर लेटेस्ट अपडेट तुरंत इंस्टॉल करें।

विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित सॉफ्टवेयर अपडेट न सिर्फ नए फीचर्स लाते हैं, बल्कि साइबर हमलों से बचाव के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच भी प्रदान करते हैं।


Edited by:Rahul Rana

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