Tuesday, October 15, 2019-2:04 PM
गैजेट डेस्क : मार्क जुकरबर्ग की टेक कंपनी फेसबुक के लिए आजकल कुछ भी अच्छा होता नहीं दिख रहा है। जब से कंपनी ने अपने लिब्रा क्रिप्टोकरंसी प्रोजेक्ट को लॉन्च किया है तब से उसे विवाद और एंटी-ट्रस्ट जाँच का सामना करना पड़ रहा है। अब फेसबुक और भी मुसीबत में आ चुकी है क्योंकि उसके कई पार्टनर्स ने इस प्रोजेक्ट से अपने हाथ पीछे खींच लिए है।
बड़े-बड़े पार्टनर्स ने छोड़ा फेसबुक का साथ
इन कंपनियों में पेपाल, स्ट्राइप, मास्टरकार्ड और ईबे जैसी कंपनियां शामिल है। इन कंपनियों का साफ कहना है कि वे फेसबुक की डिजिटल करंसी को सपोर्ट तो करती हैं लेकिन वह इस प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बनना चाहती है। इसके पीछे अंदर की वजह यह है कि यह कंपनियां खुद की डिजिटल करंसी पर काम कर रही हैं। इसी वजह से यह दूसरे कंपनी के प्रोजेक्ट से जुड़ना नहीं चाहती है। हालांकि वीजा कंपनी ने कहा है कि फेसबुक की नियम और शर्ते यदि संतुष्ट करेंगी तो वह उसके साथ साझेदारी जरूर कर सकती है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी लिब्रा क्रिप्टोकरेंसी को आधारहीन और अविश्वसनीय बताया है। इसके अलावा भारत में भी क्रिप्टोकरंसी पूरी तरह से बैन है इसलिए यहाँ पर इसको लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार फेसबुक साल 2020 तक अपनी लिब्रा क्रिप्टोकरंसी को लॉन्च कर सकती है। इसका सीधा मुकाबला मौजूदा टॉप क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन से होगा। फेसबुक ने लिब्रा एसोसिएशन की स्थापना की है जिसमें कुल 27 कंपनियां शामिल है।
Edited by:Harsh Pandey