Saturday, March 31, 2018-11:05 AM
जालंधरः अमरीकी टैक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने आज भारत की पहली महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल जोशी की 153 वीं जयंती पर नया डूडल बनाया है। गूगल ने इस डूडल में आनंदी को अपनी मेडिकल डिग्री की खुशी मनाते हुए दिखाया है। बता दें कि उस समय आनंदी की उम्र मात्र 19 वर्ष थी, जब उन्होंने डॉक्टर की ड्रिगी हासिल की।
कौन थी आनंदीबाईः
आनंदीबाई का जन्म 31 मार्च 1865 को हुआ। महज नौ साल की उम्र में उनकी शादी हो गई। जिस उम्र में बच्चे खेलना-कूदना और पढ़ना सीखते हैं, उस उम्र में आनंदीबाई की शादी उनकी उम्र से तकरीबन तीन गुना बड़े व्यक्ति गोपाल विनायक जोशी से करा दी गई। आपको बता दें कि आनंदी गोपाल जोशी का नाम “आनंदीबाई” उनके पति गोपाल जोशी ने यमुना से बदल कर रखा था।
कैसे बनी डॉक्टरः
14 साल की उम्र में ही आनंदीबाई एक बच्चे की मां बन गई, लेकिन उस दौरान उचित चिकित्सा न होने के कारण उनके बच्चा 10 दिन से ज्यादा नहीं जीवित रह सका। उनके पति गोपाल के लिए बच्चे की मौत एक बहुत बड़ा सदमा लेकर आई। इस सदमे के बाद ही गोपाल जोशी और आनंदीबाई ने चिकित्सा के अभाव से होने वाली मृत्यु के लिए चिंता जताई और इन्हें रोकने के लिए डॉक्टर की पढ़ाई करने का निर्णय लिया।
इसके बाद आनंदीबाई ने मेडिकल कॉलेज ऑफ पेन्सिलवेनिया से मेडिकल डिग्री प्राप्त की, जिसे अब ड्रक्सेल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के नाम से जाना जाता है। डिग्री प्राप्त करने के बाद वो महिलाओं के लिए मेडिकल कॉलेज खोलने के सपने के साथ भारत लौटी।
मृत्युः
आनंदीबाई 22 साल की उम्र में ही अपनी सेहत पूरी तरह खो बैठी और 26 फरवरी 1887 के दिन दुनिया की पहली महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल जोशी ने सबको अलविदा कह दिया।