Tuesday, March 31, 2020-12:36 PM
गैजेट डैस्क: स्मार्टफोन हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। स्मार्टफोन की सतह को हम दिन में बार-बार टच करते हैं, ऐसे में जर्म्स और वायरस स्मार्टफोन की सतह पर ही मौजूद होते हैं। नॉवल कोरोनावायरस या COVID-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, ऐसे में स्मार्टफोन पर वायरस होने को लेकर कई सवाल उठ रहे थे, कि आखिरकार फोन पर यह वायरस कितनी देर तक जिंदा रह सकता है। इसी बात पर ध्यान देते हुए आज हम आपके लिए ये रिपोर्ट लेकर आए हैं।
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की एक स्टडी के मुताबिक, वर्ष 2003 में फैला ओरिजिनल SARS-CoV एक ग्लास सर्फेस पर 96 घंटे यानी 4 दिन तक रह सकता था। वहीं यह ठोस प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर करीब 72 घंटे यानी 3 तीन दिन तक रह सकता था।
- अब यूनाइटेड स्टेट्स के नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने अपनी स्टडी में बताया है कि मौजूद नॉवल कोरोना वायस स्टील और ठोस प्लास्टिक जैसी सतह पर 72 घंटे यानी 3 दिन तक जीवित रह सकता है। इसमें यह भी पता चला है कि नॉवल कोरोना वायरस एक कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और कॉपर पर 4 घंटे तक रह सकता है।
वैसे इस स्टडी में ग्लास के बारे में तो नहीं बताया गया, लेकिन अगर दूसरे फैक्टर देखें तो संकेत मिलते हैं कि कोरोना भी सार्स की तरह ही ग्लास सर्फेस पर 4 दिन तक रह सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने फोन को क्लीनिंग लिक्विड या माइक्रोफाइबर कपड़े का इस्तेमाल कर साफ करते रहें ताकि फोन पर कोरोना वायरस रहने का खतरा ना रहे।
गैजेट को सैनिटाइज करने के लिए सबसे बेहतर है कि आइसोप्रॉपिल अल्कोहल सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें, लेकिन इस लिक्विड में 70 प्रतिशत से ज्यादा आसोप्रॉपिल नहीं होना चाहिए नहीं तो फोन की डिस्प्ले खराब हो सकती है।
Edited by:Hitesh