Monday, August 21, 2017-5:36 PM
जालंधर- दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट खुद उड़ने वाले ग्लाइडर पर काम कर रही है। जानकारी के अनुसार कंपनी इसके लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक का प्रयोग कर रही है। कंपनी ने अमेरिका के नेवादा राज्य में इसका सफल परीक्षण किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, “कंप्यूटर एल्गोरिदम के प्रयोग से ऑनबोर्ड सेंसर से मिले आंकड़ों का स्वत: विश्लेषण करते हुए ये ग्लाइडर हवा की गति, तापमान व अवरोधों को भांपते हुए खुद अपनी गति और ऊंचाई बनाए रखते हुए उड़ते रहते हैं। वे गर्म हवा की ऊंचाई का अंदाजा लगाकर उसकी मदद से स्वत: देर तक उड़ते रहते हैं।”
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एयरोनॉटिक्स और एस्ट्रोनॉटिक्स के प्रोफेसर माइकेल कोचेंडरफर का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट की परियोजना सेल्फ डाइविंग वाहनों से आगे की चीज है। उन्होंने कहा, “ऐसे ग्लाइडर से कई सारे महत्वपूर्ण कार्यो को अंजाम दिया जा सकेगा, जिसमें जान-माल का न्यूनतम जोखिम होगा।”
बता दें कंपनी की योजना ऐसे स्वायत्त विमान विकसित करने की है जो बहुत कम ऊर्जा में घंटों, दिनों और महीनों तक खुद से उड़ान भरते रहें, ताकि इनका प्रयोग मौसम के पैटर्न को वैज्ञानिकों द्वारा ट्रैक करने, फसलों की निगरानी करने या वैसे स्थानों पर इंटरनेट पहुंचाने में किया जा सके।