Saturday, May 25, 2019-10:44 AM
ऑटो डैस्क : भारत में बढ़ रहे प्रदूषण पर ध्यान देते हुए इलैक्ट्रिक टू व्हीलर्स को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है। भारत सरकार सोच रही है कि अप्रैल 2025 के बाद 150cc क्षमता वाले सभी नए टू व्हीलर्स को इलैक्ट्रिक कर दिया जाएगा। वहीं अप्रैल 2023 तक सभी थ्री व्हीलर्स को इलैक्ट्रिक किए जाने की उम्मीद है।
फिलहाल कम है इलैक्ट्रिक टू व्हीलर्स की बिक्री
मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलैक्ट्रिक व्हीकल्स सोसाइटी ने बताया है कि भारत में अब भी इलैक्ट्रिक स्कूटर्स बेचे जा रहे हैं लेकिन इनकी बिक्री 12 महीनों में 1 लाख 26 हजार ही हो पाई है। वहीं इससे पिछले साल का आंकड़ा 54 हजार 800 का रहा है।
ट्रैफिक का तीसरा हिस्सा हैं थ्री और टू-व्हीलर्स
रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों सैगमैंट यानी थ्री व्हीलर्स और टू-व्हीलर्स की सालाना बिक्री 2 करोड़ से ज्यादा है। यानी देश की सड़कों पर ट्रैफिक का तीसरा हिस्सा इन्हीं व्हीकल्स का है।
सरकार को मजबूर कर रही ऑटो इंडस्ट्री
मोदी सरकार ने वर्ष 2017 में एक लक्ष्य निर्धारित किया था जिसमें सभी नई कारों व यूटिलिटी व्हीकल्स को वर्ष 2030 तक इलैक्ट्रिक करने की बात कही गई थी। लेकिन ऑटो इंडस्ट्री इस योजना को वापस लेने के लिए सरकार को मजबूर कर रही है।
ऑटो इंडस्ट्री में होगा बदलाव
रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑटो इंडस्ट्री में हो रहे बदलाव को देखते हुए अभी 4 से 6 वर्षों के समय का प्रस्ताव दिया गया है। अगले साल अप्रैल से BS-VI अनिवार्य हो जाएगा जिस बात को ध्यान में रखते हुए ऑटो इंडस्ट्री काफी पैसा खर्च कर रही है। व्हीकल्स को इलैक्ट्रिक करने के लिए वर्ष 2025 तक का समय दिया गया है। ऐसे में ऑटो कम्पनियों के पास अपनी नई रणनीति तैयार करने के लिए काफी समय है।
स्कूल व सिटी बसों के लिए भी जारी हो सकता है प्रस्ताव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत इस तरह का ही प्रस्ताव डिलीवरी व्हीकल्स, स्कूल व सिटी बसों के लिए भी दे सकते है।
Edited by:Hitesh