Sunday, December 31, 2017-10:04 PM
जालंधर- भारत में डिजिटल लेनदेन के विकास ने लोगो के जीवन को काफी सरल बना दिया है, लेकिन इससे धोखाधड़ी के मामलों में भी काफी वृद्धि हुई है। अांकड़ो के हिसाब से एेसे मामलो की संख्या भारत में सिर्फ एक ही वित्तीय वर्ष में 22,700 को पार कर गई है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा प्रस्तुत एक लिखित बयान के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने 21 दिसंबर 2017 को समाप्त हुए एक साल में डेबिट / एटीएम / क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़े 22,700 मामले दर्ज किए हैं।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री के लिखित बयान में आगे बताया गया कि धोखाधड़ी 155 करोड़ के संचयी नुकसान के लिए जिम्मेदार है, और उनकी संख्या तिमाही आधार पर बढ़ रही है।