Wednesday, March 20, 2019-10:32 AM
- समुद्र को बताया नवीकरणीय ऊर्जा का मूल्यवान स्रोत
गैजेट डैस्क : अमरीका में स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि को हासिल किया है। वैज्ञानिकों की एक टीम ने समुद्र के खारे पानी से हाइड्रोजन फ्यूल बनाने का अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है। स्टैनफोर्ड के वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि पानी में से इलैक्ट्रिकल करंट को पास करने पर ऑक्सीजन और हाइड्रोजन अलग-अलग हो जाते हैं जिसके बाद हाईड्रोजन को ईंधन के तौर पर उपयोग में लाया जा सकता है।
टैस्ट में सोलर सैल्स का किया गया उपयोग
स्टैनफोर्ड रसायन विज्ञान के प्रोफेसर होंगजी दाई (Hongjie Dai) और उनकी टीम ने एक उपकरण बनाया है जिसमें समुद्र के खारा पानी को डाल कर उस पर कैमिकल रिएक्शन किया गया। इस दौरान पानी में से ऑक्सीजन और हाईड्रोजन को अलग करने के लिए बिजली की जरूरत थी जिसे सोलर सैल्स की मदद से पूरा किया गया। इस खोज के बाद समुद्र को नवीकरणीय ऊर्जा का मूल्यवान स्रोत बताया जा रहा है।
हाईड्रोजन फ्यूल के दुनिया को होंगे कई फायदे
- कई कम्पनियों ने ऐसी कारें बनाई हैं जो हाईड्रोजन फ्यूल से काम करती हैं।
- जर्मनी में हाईड्रोजन से चलने वाली ट्रेन को शुरू किया जा चुका है।
- सिंगापोर में हाईड्रोजन से चलने वाला प्लेन डिवैलप हो रहा है।
हाईड्रोजन फ्यूल से चलेंगी कारें
प्रोफेसर होंगजी दाई ने बताया है कि आने वाले समय में हाईड्रोजन फ्यूल से गाड़ियों आदि को चलाने में मदद मिलेगी वहीं कैमिकल रिएक्शन के दौरान अलग हुई ऑक्सीजन को भी उपयोग में लाया जा सकेगा। इस तकनीक का अभी बड़े पैमाने पर टैस्ट होना बाकी है लेकिन जैसे रिजल्ट्स इस शोध ने दिए हैं उससे पता लगता है कि अगर बड़े पैमाने पर भी टैस्ट किया जाए तो यह बिल्कुल कारगर साबित हो सकता है।
Edited by:Hitesh