Thursday, July 4, 2024-11:50 AM
नेशनल डेस्क : सरकार और दूरसंचार नियामक का दूरसंचार कंपनियों के कीमतें बढ़ाने के फैसले में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में टैरिफ अभी भी दुनिया में सबसे सस्ते हैं। हालाँकि अधिकारी चाहते हैं कि कंपनियाँ सेवाओं की गुणवत्ता पर अपना ध्यान बढ़ाएँ। "दूरसंचार क्षेत्र में पर्याप्त प्रतिस्पर्धा है और स्थिति इतनी गंभीर नहीं है कि अधिकारियों के हस्तक्षेप की आवश्यकता हो। उपभोक्ताओं को कीमतों में वृद्धि का कुछ झटका महसूस हो सकता है, लेकिन यह बढ़ोतरी तीन साल बाद हुई है।"
भारत की तीन निजी दूरसंचार कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ में 11% से 25% की बढ़ोतरी की है। यह बढ़ी हुई कीमतें इस हफ्ते से लागू हो गई हैं। विश्लेषकों के अनुसार, इससे शहरी भारत में दूरसंचार सेवाओं पर खर्च वित्त वर्ष 2025 में घरेलू खर्च का 2.8% तक बढ़ जाएगा, जो वित्त वर्ष 24 में 2.7% था।
Edited by:Radhika