Thursday, January 20, 2022-12:58 PM
गैजेट डेस्क: 5G तकनीक शुरू से ही विवादों में घिरी हुई है। पहले 5G को कोरोना वायरस का जिम्मेदार ठहराया जा रहा था, जिसके बाद कहा जाने लगा कि 5G नेटवर्क के आने से पक्षियों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। अब 5G की शुरुआत होते ही अमेरिका में एयरलाइन कंपनियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिकी उड्डयन नियामक फैडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने कहा है कि 5जी के कारण विमान के रेडियो अल्टीमीटर और ब्रेक सिस्टम में बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे रनवे पर विमान को लैंड कराने में दिक्कत आ सकती है।
1.आपको बता दें कि एटीएंडटी और वेरिजोन कंपनी इसी सप्ताह से अपने 5जी नेटवर्क को शुरू करने वाली थीं, लेकिन पता चला कि ये कंपनियां अपने 5जी नेटवर्क के लिए अल्टीमीटर में इस्तेमाल होने वाले रेडियो स्पेक्ट्रम के काफी करीब वाले स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल करती हैं।
2.अल्टीमीटर के जरिए विमान और धरती के बीच की दूरी मापी जाती है। ऐसे में विमान और धरती की सटीक ऊंचाई मापने में दिक्कत आ रही है।
3.5G के C बैंड की रेंज 3.7 से 3.98GHz होती है और अल्टीमीटर 4.2 से 4.4GHZ की रेंज में काम करता है। ऐसे में 5जी के बैंड की फ्रीक्वेंसी और अल्टीमीटर रेडियो की फ्रीक्वेंसी काफी करीब हो रही है जो कि विमान कंपनियों की सबसे बड़ी चिंता है।
4.5जी में इस्तेमाल होने वाले सी बैंड की फ्रीक्वेंसी के कारण वे सभी उपकरण काम करना बंद हो सकते हैं जो विमान की ऊंचाई बताते हैं। इसके अलावा नेविगेशन सिस्टम भी फेल हो सकता है।
5.विमानन कंपनियों ने कहा है कि हवाईअड्डे के रनवे के दो मील के दायरे को छोड़ कर किसी भी इलाके में 5जी इंटरनेट सेवा बहाल की जा सकती है।
Edited by:Hitesh