- बढ़ रहे प्रदूषण पर इलैक्ट्रिक व्हीकल निर्माता की पहल
जालंधर : प्रदूषण की बढ़ रही समस्या को देखते हुए पूरी दुनिया में इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को काफी बढ़ावा मिल रहा है। इन्हें और बेहतर बनाते हुए कम कीमत पर उपलब्ध करने के लिए ताईवान की इलैक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कम्पनी किमको ने इलैक्ट्रिक स्कूटर के 2 नए मॉडल्स बनाए हैं। इनकी सबसे बड़ी खासियत है कि इनमें रिमूवेबल बैटरीज लगाई गई हैं और अलग से 3 बैटरियों को चार्ज कर स्टोर करने की ऑप्शन दी गई है।
यात्रा करते समय बैटरी के खत्म होने पर इन्हें आसानी से फुल चार्ज बैटरी के साथ बदला जा सकता है जिससे चालक को लम्बी दूरी का सफर तय करने में आसानी होगी। कम्पनी ने बताया है कि अगर आप इसमें लगी 2 बैटरियों व स्टोरेज में रखी गई 3 बैटरियों को फुल चार्ज करके सफर करते हैं तो आप एक के बाद एक बैटरियों को बदल कर करीब 200 किलोमीटर तक की यात्रा तय कर सकते हैं।
अलग-अलग कीमत वाले 2 मॉडल्स
इन्हें खास तौर पर पैट्रोल से चलने वाले व्हीकल्स को बदलने के लिए लाया गया है। निर्माता कम्पनी ने बताया है कि इन्हें 110 EV व 100 EV मॉडल में उपलब्ध किया जाएगा जो एक चार्ज में दो बैटरियों की मदद से 60 किलोमीटर तक का सफर तय करने में सहायक होंगे। इसका सबसे बेहतरीन 110 EV मॉडल 59 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ लेता है जिसकी कीमत 1600 डॉलर (1 लाख 9 हजार रुपए) रखी गई है, वहीं इसका बेस 100 EV मॉडल अधिकतम 45 किलोमीटर प्रति घंटा की टॉप स्पीड तक पहुंच सकता है और इसकी कीमत 1430 डॉलर (लगभग 97 हजार रुपए) रखी गई है।
ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बदलाव की जरूरत
किमको का कहना है कि प्रदूषण के बढ़ने पर ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बदलाव की सख्त जरूरत है। हम पूरा एक नैटवर्क ही तैयार कर देंगे जिसमें इलैक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन्स को जगह-जगह लगाया जाएगा जिससे यूजर्स बिना रुकावट के आसानी से सफर कर सकेंगे।
बैटरियों को चार्ज करेगा फ्यूल सैल
स्कूटर में लगाई गई बैटरियों को चार्ज करने के लिए कम्पनी ने चार्जिंग स्टेशन बनाया है जिसे फ्यूल सैल नाम दिया गया है। इसमें आप कई बैटरियों को आसानी से चार्ज कर सकेंगे व जरूरत पड़ने पर फुल चार्ज होने के बाद बैटरियों को फिर से लगा कर सफर तय कर सकेंगे।
2 व्हील ड्राइव सिस्टम
इस इलैक्ट्रिक स्कूटर को 2 व्हील ड्राइव सिस्टम पर बनाया गया है जिससे यह पावर के मामले में सभी तरह की जरूरतों को पूरा करता है। इसे घर पर चार्ज करने के लिए कम्पनी ने अलग से एक चार्जिंग डॉक भी बनाया है, लेकिन इसके लिए यूजर को अलग से कीमत चुकानी होगी।
क्या है Gogoro टैक्नोलॉजी
इस इलैक्ट्रिक स्कूटर को Gogoro टैक्नोलॉजी के आधार पर तैयार किया गया है। यह तकनीक स्कूटर में बैटरी को आसानी से फुल चार्ज बैटरी के साथ बदलने की सुविधा देती है। इस टैक्नोलॉजी को वर्ष 2011 में बनाया गया था। एशिया और यूरोप में इस तकनीक को काफी बढ़ावा मिला है जिस वजह से इसे अब इन स्कूटर्स में शामिल किया गया है।
ताईवान में काफी पसंद किए जा रहे इलैक्ट्रिक स्कूटर्स
पिछले वर्ष किमको स्कूटर्स ने ताईवान में 34,000 इलैक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री की थी। जिसके बाद अब कम्पनी ने वल्र्ड लैवल पर इसे बढ़ावा देने के लिए इलैक्ट्रिक स्कूटर्स के इन दो मॉडल्स को बनाया है। यह दुनिया का पहला रिमूवेबल बैटरी सॉल्यूशन है। कम्पनी ने अन्य स्कूटर्स निर्माताओं को भी ऐसी तकनीक का उपयोग करने की सलाह दी है।
अगले 3 वर्षों में लाए जाएंगे 10 इलैक्ट्रिक स्कूटर्स
किमको कम्पनी के चेयरमैन ऐलेन को ने कहा है कि अगले 3 वर्षों में कम्पनी का प्लान 10 इलैक्ट्रिक स्कूटर्स के मॉडल्स को लाने का है। इसके अलावा इन्हें चार्ज करने के लिए 20 देशों में चार्जिंग स्टेशन्स भी लाने की जानकारी दी गई है। माना जाता है कि ज्यादा क्षमता वाली बैटरी को तैयार करने में काफी खर्च आता है व इसकी कीमत भी ज्यादा होती है जिससे इलैक्ट्रिक व्हीकल की कीमत में भी इजाफा हो जाता है। इसी बात पर ध्यान देते हुए इन इलैक्ट्रिक स्कूटर को बनाया गया है ताकि लोगों तक कम कीमत में आधुनिक तकनीक से बनाए इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को पहुंचाया जा सके, जिससे प्रदूषण पर कुछ हद तक नियंत्रण पाने में मदद मिले।
Edited by:Hitesh