Sunday, November 24, 2019-1:46 PM
गैजेट डैस्क: बीते दिनों व्हाट्सएप पर पेगासस 'स्नूपवेयर' की मदद से जासूसी का मामला सामने आया जिसने दुनिया भर के काफी यूजर्स को निशाना बनाया है। व्हाट्सएप ने सरकार को जानकारी देते हुए बताया है कि भारत में 121 व्हाट्सएप यूजर्स को शिकार बनाने की कोशिश की गई है जिनमें से 20 यूजर्स इस अटैक की चपेट में आए हैं।
- इजराइल की साइबर टेक कंपनी एनएसओ द्वारा बनाए गए रिमोट सर्विलांस सॉफ्टवेयर के जरिए 20 व्हाट्सएप यूजर्स की जासूसी की गई है।
- टेक्निकल इन्फॉर्मेशन रिक्वेस्ट पर जवाब देते हुए व्हाट्सएप ने कहा कि कम्पनी लगातार पता लगाने की कोशिश कर रही है कि निशाना बनाए गए यूजर्स के डाटा को किस तरह एक्सैस किया गया।

पेगासस अटैक का मकसद
व्हाट्सएप पर किए गए इस पेगासस अटैक का मकसद कुछ चुनिंदा सिलेब्स, पत्रकारों और मानवाधिकार से जुड़े यूजर्स के बारे में डाटा और उनकी जानकारी जुटाना था।

क्या रहा सरकार का जवाब
बीते 18 नवंबर को इस मामले पर सरकार को व्हाट्सएप ने जवाब दिया कि यह अटैक बड़े सामाजिक दायरे वाले और प्रभावशाली यूजर्स पर किया गया है। व्हाट्सएप अब जांच कर रही है कि इस अटैक के पीछे के क्या-क्या कारण हो सकते हैं।

अपने बयान से ही पलटी व्हाट्सएप
व्हाट्सएप ने सितंबर में कहा था कि इस अटैक में कैसी जानकारी चोरी हुई है व यूजर्स को किस तरह नुक्सान पहुंचाया गया है इसके बारे में पूरी तरह जानना सम्भव ही नहीं है। कम्पनी पेगासस को खतरे के तौर पर नहीं देखती है। कुछ यूजर्स को इस अटैक का निशाना जरूर बनाया गया है, लेकिन ढेरों यूजर्स पर इस अटैक का कोई असर नहीं पड़ा है। आपको बता दें कि दुनिया भर में 1,400 यूजर्स इस अटैक का शिकार हुए थे।
Edited by:Hitesh