Monday, September 11, 2017-12:28 PM
जालंधर : बम डिफ्यूज़ करने की जॉब को पृथ्वी पर सबसे खतरनाक नौकरी कहा जा सकता है क्योंकि इस जॉब में जरा-सी भी चूक होने से जान जाने का डर बना रहता है। बम को सेफली डिफ्यूज़ करने के लक्ष्य को लेकर कैलिफोर्निया में स्थित रिसर्च कम्पनी SRI इंटरनैशनल ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो सेफली बम को डिफ्यूज़ कर देगा जिससे मानवीय जान इन खतरों से बची रहेगी। इस रोबोट की आंखों में कैमरा लगा है जिससे रिकार्ड हो रही वीडियो को ऑप्रेटर 3-D मॉनीटर पर देखकर कमांड देगा। टच मौशन कन्ट्रोल्स द्वारा कमांड देने के बाद यूजर की भुजाएं हिलाने पर रोबोट आर्म्स मूव होना शुरू हो जाएंंगी और ऑप्रेटर सही वायर को काट देगा जिससे बॉम्ब बिना किसी रिस्क के डिफ्यूज़ हो जाएगा।
7 घंटों के ऑप्रेशन को अंजाम देगा यह रोबोट :
वर्चुअल रियलिटी तकनीक पर काम करने वाले इस रोबोट में खास बैटरी लगाई गई है जो एक बार फुल चार्ज होने पर इसे 7 घंटों तक काम करने में मदद करेगी। यानी यह एक बार में ही 7 घंटों के ऑप्रेशन को अंजाम दे सकेगा। 6.8 किलोगाम वजनी इस रोबोट से 1.8 किलोग्राम तक वजन को उठाया जा सकता है और जरूरत पड़ने पर अन्य अटैचमैंट्स का भी उपयोग किया जा सकता है।
इज़ी-टू-यूज़ :
इस रोबोट की सबसे बड़ी खासियत है कि इसे चलाने के लिए किसी भी तरह की खास ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है यानी बम डिस्पोज़ल ऑफिसर डायरैक्ट एक-दो दिनों में इसे चलाना सीख सकता है। उलझी हुई तारों को भी करीब से देखने के लिए इसके कैमरे में LED, ज़ूम और फोकस जैसे फीचर दिए गए हैं जो ज्यादा तारों को क्लीयर व नजदीक से देखने में मदद करेंगे।
रोबोट के फीचर्स :
1. इस रोबोट के साथ जरूरत पड़ने पर अन्य अटैचमैंट्स को भी उपयोग में लाया जा सकता है।
2. टूल अटैचमैंट्स के साथ यह रोबोट कटिंग, ग्राइंडिंग, सैम्पलिंग और रिमोटली इलैक्ट्रिक मेयरमैंट करने में मदद करता है।
3. इस रोबोट में IR LED लाइटनिंग दी गई है जो रात के समय इसका उपयोग करने में मदद करेगी।
4. ऑप्रेशन के शुरू होने से लेकर खत्म होने तक यह रोबोट कैमरे से बनाई जा रही वीडियो की रिकार्डिंग व लाइव स्ट्रीमिंग करेगा।
5. जरूरत पड़ने पर अधिकतम 1.8 किलोग्राम वजन वाले एक्सटर्नल टूल्स को भी इस रोबोट के साथ अटैच किया जा सकता है। उम्मीद की जा रही है कि यह तकनीक आने वाले समय में मिलिट्री और घरेलू बम निपटने वाले दस्ते को उनके काम में काफी मदद करेगी।