एक बार फिर छाए फ्रीडम 251 पर संकट के बादल

  • एक बार फिर छाए फ्रीडम 251 पर संकट के बादल
You Are HereNational
Saturday, July 2, 2016-1:54 PM
जालंधरः दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्स का फ्रीडम 251 काफी लंबे समय से चर्चा का बिषय बने हुआ है। एक बार फिर कंपनी पर मुसिबतों के बादल छा गए हैं। 30 जून के बाद अब 6 जुलाई को स्मार्टफोन की होने वाली डिलवरी से पहले ही वित्तीय मामलों पर प्रमोटक के साथ अनबन के बाद रिंगिंग बेल्स के प्रेजिडेंट ने कंपनी को छोड़ दिया है। 
 
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रिंगिंग बेल्स को फ्रीडम 251 पर कंपनी को 950 रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है जिसके कारण वित्तीय मामलों पर प्रमोटक के साथ हुई अनबन के बाद रिंगिंग बेल्स का चेहरा रहे प्रेजिडेंट अशोक चड्ढा ने कंपनी को छोड़ दिया है। महज 251 रुपए में अच्छे-खासे फीचर्स वाले स्मार्टफोन्स देने का वादा करने वाली नोएडा की कंपनी रिंगिंग बेल्स अपनी पहली डिलिवरी से पहले ही संकट में आ गई है। फरवरी में बुकिंग शुरू करने पर जबर्दस्त ऑर्डर मिलने के बावजूद कंपनी को उतना सस्ता फोन नहीं मिल पा रहा है जितना उसने ग्राहकों को देने वादा किया था। 
 
 
एक अधिकारी ने बताया, 'अभी गोयल ही कंपनी चला रहे हैं और चड्ढा बिल्कुल सक्रिय नहीं हैं।' गोयल को फोन करने पर कोई जवाब नहीं मिला और कंपनी के एक प्रवक्ता को भेजे गए सवालों की सूची पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि, चड्ढा ने फोन पर कहा कि वह बतौर कर्मचारी कंपनी से कभी जुड़े ही नहीं थे। उन्होंने कहा, 'मैं रिंगिंग बेल्स के साथ कभी काम कर ही नहीं रहा था। मैं हमेशा वहां सलाहकार की हैसियत से था।' उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह तक वह विस्तार से बात करेंगे।
 
 
सूत्रों ने बताया कि कंपनी प्रॉजेक्ट की फंडिंग और फोन खरीदने को लेकर गहरे संकट में है। एक सूत्र ने कहा, 'एक फोन खरीदने में 1,200 रुपए लग रहे हैं। मतलब, हर फोन पर 950 रुपए का घाटा हो रहा है।' उसने कहा कि कंपनी इस घाटे को पाटने के रास्ते तलाशने में जुटी है।
 

Latest News