Sunday, August 21, 2016-5:58 PM
जालंधर : फेसबुक के फाऊंडर के रूप में मार्क जुकरबर्ग का नाम सामने आता है। विकिपीडिया पर भी फेसबुक फाऊंडर के रूप में मार्क जुकरबर्ग का नाम ही अंकित किया गया है। इस बात से यह तो साफ है कि फेसबुक के असली फाऊंडर के बारे में कोई नहीं जानता। अगर आप भारतीय है तो आपको जानकर हैरानी होगी कि फेसबुक को बनाने वाले एक अप्रवासी भारतीय है।
दिव्य नरेंद्र
यह वह नाम है जिन्होंने हमेशा कुछ अलग करने की चाहत रखते हुए कड़ी मेहनत से फेसबुक को बनाया। एक एंटरप्रिन्योर बनने का सपना देख रहे दिव्य ने उन्हें फेसबुक फाऊंडर बनाया। हालांकि वह भारतीयों द्वारा किए गए आविष्कारों को चोरी कर दुनिया में अपने नाम से फैलाने वाली रणनीति का शिकार हो गए।
हॉर्वर्ड कनेक्शन सोशल साइट के निर्माण से हुआ फेसबुक का जन्म
लम्बे समय से चल रही हॉर्वर्ड कनेक्शन सोशल साइट की निर्माण प्रक्रिया के दौरान फेसबुक का जन्म हुआ। इस प्रॉजेक्ट में मार्क जुकरबर्ग सिर्फ मौखिक सहयोग के लिए शामिल हुए थे लेकिन जुकरबर्ग ने इसे हाईजैक कर डोमेन को अपने नाम पर रजिस्टर्ड करवाया।
जुकरबर्ग कोदेने पड़े 650 लाख डॉलर
इसके बाद दिव्य और जुकरबर्ग के बीच नोकझोंक भी हुई और मामला कोर्ट जा पहुंच। वर्ष 2004 में अमरीका की एक अदालत में दिव्य ने जुकरबर्ग के खिलाफ केस भी दर्ज किया। इस फ्रॉड के बदले में जुकरबर्ग को हर्जाना भी भरना पड़ा और जुकरबर्ग को 650 लाख डॉलर देने पड़े। हालांकि दिव्य इस हर्जाने से दिव्य खुश नहीं थे। उनका कहना था कि उन्हें फेसबुक के शेयरों की उस समय की बाजार कीमत के हिसाब से हर्जाना नहीं मिला।