Friday, January 15, 2016-5:43 PM
जालंधर: अगर आप एंड्रॉयड स्मार्टफोन को यूज़ करते है तो आपको पता होगा कि जब आप कोई भी एप्लीकेशन को स्मार्टफोन में डाउनलोड कर इनस्टॉल करते है तो परमिशन्स को एक्सेप्ट करना पड़ता है, जिसके बाद यह एप आपके फोन में इनस्टॉल हो जाती है।
इसे लेकर वाशिंगटन डी. सी. में हुई एफ. टी. सी. प्राइवेसी कांफ्रेंस में बताया गया कि स्टडी के मुताबिक 80% लोग प्रायविसी को ध्यान में रखते हुए एप पर मांगी जाने वाली अलग तरह की परमीशन को ना कर देते हैं।
स्टडी के मुताबिक कहा गया है कि लोग पहले से ही कई तरह की एप अनुमतियों और प्राइवेसी पॉलिसीस को एक्सेप्ट कर-कर थक चुके हैं। इसी बात पर ध्यान देते हुए रेसेअर्चेर इस तरह की प्राइवेसी सैटिंगस बनाने की तैयारी में हैं, जिससे एक्सेप्ट-डिनाए के पोपप्स से छुटकारा मिल सके।
इस पर गुगल डिवाल्पर्स का कहना है कि अब वह नए ओ. एस मारशमैलो में इस तरह के बदलाव करेंगे जिन के साथ बार-बार प्रमीशनज़ का झंझट ख़त्म हो जायेगा। उदाहरण के तौर पर फ्लैश लाईट एप सिर्फ़ कैमरे की एल. ई. डी. को ही एक्सैस करने की परमिशन मंगेगी न कि कॉन्टेक्ट्स को एक्सैस करने की।