Monday, January 11, 2016-10:48 AM
जालंधर: सोलर पावर एनर्जी कभी खत्म न हो सकने वाला भंडार है और वैज्ञानिक लगातार सोलर पावर को बचाने तथा इसका बाद में इस्तेमाल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मैटीरियल विकसित किया है जो सोलर पावर को स्टोर करने का काम करता है और जरूरत पडऩे पर गर्मी देने के लिए इस पावर को इस्तेमाल में लाता है।
एम.आई.टी. की टीम ने ट्रांसपेरेंट पॉलीमर फिल्म को विकसित किया है जो कई सारे सर्फेस पर इस्तेमाल हो सकती है जिसमें कांच के साथ-साथ कपड़े भी शामिल हैं। अब अंदाज़ा लगाए कि कैसा रहेगा बिना किसी हीटिंग डिवाइस के कपड़े से ही गर्मी का एहसास होना। या फिर एक ऐसी परत जो आपकी कार के ऊपर चढ़ी हो और आपके उठने से पहले ही कार पर जमीं बर्फ की परत को पिघला दे।
इस मैटीरियल के काम करने का तरीका ऐसा है कि इसमें दो में से एक कॉन्फिगरेशन्स में एक मालीक्यूल सैट होता है, जब इस मैटीरियल पर सूर्य की किरणे पड़ती है तो यह चार्ज हो जाता हैं और इन मालीक्यूल्स का प्रयोग बाद में गर्मी, रोशनी और बिजली के लिए किया जा सकता है।
सोलर थर्मल फ्यूल (एस.टी.एफ) को पहले भी डैवलप किया जा चुका है पर यह पहला मैटीरियल है जो सॉलिड स्टेट पर आधारित है ना कि तरल पदार्थ पर। इसी के साथ यह मैटीरियल सस्ता भी है। शोधकर्ता इस मटीरियल पर लगातार काम कर रहे हैं ताकि पालीमर में हल्की सी पीली रंगत को खत्म किया जा सके जिससे इसका हीट लैवल बढ़कर 10 से 20 डिग्री सैल्सीयस तक हो सके। इससे तैयार मटीरियल को सबसे पहले इलैक्ट्रिक कारों में प्रयोग किया जाएगा जिन्हें ठंडे इलाकों में अधिक हीट और एनर्जी की जरूरत पड़ती है।