Tuesday, February 9, 2016-2:10 PM
जालंधर- धरती के साथ-साथ आसमान में भी दूषित हवा की मियाद बढ़ती जा रही है। हाला कि धरती पर चल रहे वाहनों के लिए ग्लोबल इमीशनस स्टैंडर्ड बनाया गया था, परन्तु कमर्शियल विमान जैसे कि पैसेंजर जैट्टस के लिए कोई पाबंदी नही लगाई गई, इस मुद्दे को मुख्य रखते हुए आसमान को साफ़ रखने के लक्ष्य से एक बड़ा कदम उठाया गया, जिसमें कुल 23 देशों ने कमर्शियल एअरक्राफट के लिए इंटरनेशनल कार्बन डाइऑक्साइड एमिशन स्टैंडर्ड के लिए सहमति जताई। यदि इसके नतीजे सही रहे तो इसे 2020 तक विमानो के लिए भी जारी किया जायेगा।
ऐसा करने से 2020 से 2040 तक 650 मिलियन टन CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) का निकास किया जा सकेगा और जितना प्रदूषण 140 मिलियन कारे एक साल में करती हैं उसे रोका जाएगा।