Friday, April 1, 2016-2:36 PM
जालंधर : भारत में अभी भी कई ऐसे शहर हैं जो बाहरी दुनिया के साथ नहीं जुड़ सके हैं और इसका कारण है उन स्थानों पर कनेक्टिविटी की कमी। भारतीय सरकार ने टीवी व्हाइट स्पेस टैकनॉलॉजी के साथ एक्सपेरीमैंट कर भारत के कौने -कौने तक कनैक्टिविटी को ले जाने का यत्न किया है। टीवी व्हाइट स्पेस 127 एम.एच.जेड. स्पैक्ट्रम 8 अलग-अलग आर्गेनाइजेशनों को अलाट किया गया है।
सरकार ने 8 लाइसैंस जारी किए हैं जो अलग-अलग कम्पनियों की तरफ से टैस्ट किए जाएंगे। इसमें टेलीकाम कंपनियां 470-582 एम.एच.जेड. फ्रीक्वेंसी में टीवी व्हाइट स्पेस टैकनॉलॉजी का प्रयोग करेंगी और इसके साथ सफलता हाथ लगी तो काॅल ड्राप की समस्या, कनेक्टिविटी न मिलना आदि समस्याएं शहरों में ही नहीं बल्कि गांवों में भी समाप्त हो जाएंगी।
क्या है व्हाइट स्पेस टैकनॉलॉजी :
टीवी ब्राडकास्ट में अलग-अलग फ्रीक्वेंसियां होती हैं, जिसको अलग-अलग ब्राडकास्टिंग सर्विसों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस्तेमाल हो चुकी अलग
फ्रीक्वेंसियां साथ-साथ इस्तेमाल न हुई फ्रीक्वेंसियां वाइट स्पेस में आती हैं जिनको ब्रॉडबैंड और हाई स्पीड इंटरनैट कनेक्टिविटी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।