Saturday, June 18, 2016-9:49 AM
जालंधर : टैक कम्पनियों से लेकर ऑटोमोबाइल जगत की नामी कम्पनियां अपनी ड्राइवरलैस कारों पर काम कर रही हैं। इनमें गूगल, ऑडी, बी.एम.डब्ल्यू., मर्सीडीज तक शामिल हैं। अब विश्व की सबसे लग्जरी कार मेकर कम्पनी रॉल्स रॉयस ने अपने विजन 100 कांसैप्ट को पेश किया है जो किसी साइंस फिक्शन मूवी में प्रयोग की गई कार की तरह लगता है। विजन 100 को साइंस फिक्शन मूवी से जोडऩे का मुख्य कारण यह है कि इस कार को चलाने के लिए किसी ड्राइवर की जरूरत नहीं होगी बल्कि आर्टीफीशियल इंटैलीजैंस इसे चलाने में मदद करेगी।
आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस का किया गया है प्रयोग
स्मार्टफोन्स में सिरी, गूगल नाऊ और कोर्टाना के रूप में आर्टीफीशियल इंटैलीजैंस तकनीक काम कर रही है जिससे वॉयस कमांड के जरिए बिना बटन दबाए कई काम हो जाते हैं। ठीक उसी प्रकार रॉल्स रॉयस की विजन 100 कांसैप्ट कार में भी एक आर्टीफीशियल इंटैलीजैंस सॉफ्टवेयर काम करेगा जिसके आधार पर यह कार अपने मालिक की बात मानेगी।
जानते हैं रॉल्स रॉयस विजन 100 की खास बातें
- इसमें केवल दो लोगों के बैठने की जगह होगी जिसके लिए सिल्क के सोफे का प्रयोग किया जाएगा।
- साधारणतया विजन 100 एक चलता-फिरता बैठक कक्ष होगा जिसमें न तो स्टेयरिंग व्हील और न ही रेस, ब्रैक जैसे पैडल्स होंगे।
-पैसेंजर कार में बैठकर गाड़ी में लगी ओ.एल.ई.डी. स्क्रीन पर वीडियो देखते हुए अपना सफर तय करेंगे। यह ओ.एल.ई.डी. स्क्रीन कैबिन के आगे वाले हिस्से को पूरी तरह से कवर करेगी।
- इसके अलावा इस कार में अन्य लग्जरी फीचर्स होंगे जैसे दरवाजों का आराम से बंद होना, कार में बैठने से पहले दरवाजे के साथ-साथ छत का खुलना आदि।
- यह कार खुद के बनाए पर्सनल आर्टीफीशियल इंटैलीजैंस के साथ आएगी जिसका नाम एलेनोर (Eleanor) होगा।
- एलेनोर कार को चलाने के लिए पैसेंजर से कुछ जानकारी मांगेगा जैसे कहां जाना है और दिन में कहां-कहां जाने का प्रोग्राम है आदि।
- जानकारी मिलने के बाद जब पैसेंजर कहीं जाने के लिए तैयार होगा और इसमें बैठेगा तो यह अपने आप उसे उसकी जगह तक पहुंचाने के लिए चल पड़ेगी।