Saturday, July 23, 2016-10:28 AM
जालंधर : यह बात तो हम जानते हैं कि हमारे स्मार्टफोन की बैटरी एक दिन पूरी तरह से नहीं चलती लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि इसमें गलती भी हमारी ही है। अगर आप यह सोच रहे हैं कि हमारी गलती कैसे हुई? कारण फोन को चार्ज करते समय हम हर बार गलत तरीके का प्रयोग करते हैं।
कुछ लोग फोन को सारी रात चार्जर पर लगा रहने देते हैं तो कुछ 100 प्रतिशत तक फोन के चार्ज होने पर भी चार्जिंग बंद नहीं करते। बैटरी यूनिवर्सिटी ने विवरण दिया है कि कैसे स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल होने वाली लिथियम ऑयन बैटरियां संवेदनशील हैं। अगर आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को सही रखना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे -
बैटरी के फुल चार्ज होने पर चार्जिंग बंद कर दें।
बैटरी यूनिवर्सिटी के मुताबिक फोन के फुल चार्ज होने पर फोन को चार्जिंग से हटा दें और रात भर चार्जिंग पर न लगाएं। इससे बैटरी ज्यादा दिनों तक काम नहीं करेगी। एक बार स्मार्टफोन के 100 प्रतिशत तक चार्ज होने के बाद चार्जिंग को लगातार जारी रखने से बैटरी पर जोर पड़ता है। बैटरी यूनिवर्सिटी ने बहुत से उदाहरण दिए है और समझाया कि जब बैटरी फुल चार्ज हो जाए तो चार्जिंग डिवाइस से बैटरी को रिमूव कर दो, यह उसी तरह है जैसे कसरत करने के बाद मांसपेशियों को आराम देना। यह दुखद है कि आप लगातार घंटों तक कसरत करते रहें।
कोशिश करें फोन को 100 प्रतिशत तक चार्ज न करें
बैटरी यूनिवर्सिटी के मुताबिक ली-ऑयन बैटरी को पूरी तरह से चार्ज करनेे की जरूरत नहीं है। अच्छा है कि इसे फुल चार्ज न किया जाए क्योंकि हाई वोल्टेज बैटरी पर दबाव डालती है और यह ज्यादा लम्बे समय तक नहीं चलती।
कभी भी फोन को चार्ज पर लगा दें
फोन की बैटरी को एक बार में लम्बे समय तक चार्ज करने से अच्छा है कि जब हो सके तो फोन को चार्ज कर लें। बैटरी यूनिवर्सिटी की मानें तो जब फोन की बैटरी 10 प्रतिशत से कम रह जाए उसे चार्ज करना बैस्ट है। हालांकि सभी लोगों के लिए यह व्यावहारिक नहीं है इसलिए जब हो सके फोन को चार्ज कर लें। दिन में कई बार फोन को चार्ज करना ठीक है। इसके अलावा जी.पी.एस. जैसे लोकेशन बेस्ड फीचर्स जिनका कम इस्तेमाल होता है उन्हें बंद रखें क्योंकि इसे बैटरी जल्दी खत्म होती है।